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नई दिल्लीः एनआरसी को लेकर कांग्रेस हुई सतर्क, नहीं कर रही कांग्रेस सैद्धांतिक रुप से एनआरसी का विरोध

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Sep 17, 2019

असम में एनआरसी आने के बाद इसको लेकर तरह- तरह के बयान आने लगे। देश के कई राज्यों में इसको लेकर मांग उठने लगी। हालांकि इसको लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की है। इस साल के अंत तक तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। तीनों राज्यों में भाजपा की सरकार है। इन तीनों राज्य के मुख्यमंत्रियों ने एनआरसी को अपने राज्य में भी लागू करने की बात कही है। इसे देखते हुए कांग्रेस अब सतर्क हो गई है। पार्टी ने अपने नेताओं को साफ संदेश दे दिया है कि कांग्रेस सैद्धांतिक रुप से एनआरसी का विरोध नहीं कर रही। ऐसे में पार्टी नेताओं को एनआरसी पर सियासी बयानबाजी के भंवर में घिरने का कोई मौका विरोधी को नहीं देना चाहिए।

कांग्रेस भाजपा के बयान को चुनावी रणनीति का हिस्सा मान रही

तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले असम की तरह अवैध विदेशी नागरिकों की पहचान के लिए एनआरसी लागू करने के भाजपा के मुख्यमंत्रियों के बयान को कांग्रेस उनकी चुनावी रणनीति का हिस्सा मान रही है। पार्टी रणनीतिकारों के अनुसार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हों, झारखंड के सीएम रघुवर दास या महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडनवीस सभी चुनावी बिगुल बजने से ठीक पहले एनआरसी लागू करने की बात करने लगे हैं। कांग्रेस सूत्रों ने साफ कहा कि भाजपा मुख्यमंत्रियों के बयानों से साफ है कि एनआरसी के जरिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का दांव चलने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। इसीलिए सभी राज्यों के पार्टी नेताओं खासकर जिन सूबों में चुनाव होने हैं वहां के नेताओं को भाजपा की इस मंशा को लेकर सचेत कर दिया गया है। कांग्रेस पार्टी ने सैद्धांतिक रुप से अपने आप को एनआरसी के पक्ष में बताया है।