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नई दिल्लीः 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री ने किया ऐतिहासिक करतारपुर कॉरिडोर देश को समर्पित

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Nov 9, 2019

आखिरकार सिख समुदाय की सालों पुरानी इच्छा आज पूरी हो ही गई। 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक करतारपुर कॉरिडोर देश को समर्पित कर दिया है। अब सिख संगत श्री गुरु नानक देव जी के पाकिस्तान के नरोवाल जिले के गांव करतारपुर स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने जा सकेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कॉरिडोर का उद्घाटन करने के साथ ही एक जत्थे को कॉरिडोर के रास्ते पाकिस्तान जाने के लिए रवाना किया। इस जत्थे में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा सांसद, मंत्री, विधायक और देश के तमाम राज्यों से एक-एक प्रतिनिधि शामिल है।

जनसभा में खास सिक्का और डाक टिकट जारी किया

डेरा बाबा नानक में पीएम मोदी ने एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, अकाली दल सुप्रीमो सुखबीर बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, गुरदासपुर सांसद सनी देओल व पंजाब के दिग्गज नेता मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने समारोह में उपस्थितजनों को संबोधित भी किया। फिर प्रधानमंत्री मोदी को सिखों की ओर से कौमी सेवा अवार्ड प्रदान किया गया। पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से गुरु नानक जी की याद में तैयार 550 रुपये का सिक्का भी जारी किया। उन्होंने पांच डाक टिकट जारी भी जारी किए। इन डाक टिकटों पर पांच गुरुद्वारों की तस्वीर बनी है।

पाकिस्तान पीएम का आभार व्यक्त किया

जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं देश को करतारपुर कॉरिडोर समर्पित करता हूं और ऐसा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। संगत को कार सेवा करते हुए जैसी अनुभूति होती है, वैसा ही अनुभव मुझे हो रहा है। गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व से पहले करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन होना बहुत खुशी की बात है। मैं देश और दुनिया में बसे सभी सिखों को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर हार्दिक बधाई देता हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि करतारपुर साहिब के कण-कण में गुरु नानक देव जी की खुशबू समाहित है। इसी धरती पर उन्होंने जीवन के आखिरी पल बिताए। यहीं पर उन्होंने आखिरी सांस ली। यहीं पर उन्होंने इक ओंकार और मिल बांटकर खाने का संदेश दुनिया को दिया। गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व से ठीक पहले करतारपुर कॉरिडोर का खुलना हम सभी के लिए दोहरी खुशी लेकर आया है। कॉरिडोर के शुरू होने से सिखों की सालों पुरानी मुराद पूरी हुई है।