Loading...
अभी-अभी:

अस्पताल मालिक ने किया मरीज का गलत ऑपरेशन, मरीज को सहना पडा़ असहनीय दर्द

image

Jun 26, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भले ही स्वास्थ सेवाओं को बेहतर करने के लिए व मानक विहीन हॉस्पिटलों पर नकेल कसने के लिए बड़ी कवायद क्यों न कर रहे हो लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की सांठ गांठ से मानक विहीन हॉस्पिटल फल फूल रहे है। यहीं नहीं मरीजो के बेहतर इलाज योग्य डॉक्टरों से कराने के नाम पर जमकर पैसा वसूला जा रहा है। और न ही विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से निभा रहे हैं नतीजतन मरीजों को इसका खामियाजा जान गवां कर भुगतना पड़ रहा हैं।

ऐसा ही एक मामला कानपुर देहात की कोतवाली अकबरपुर में स्थित प्राइवेट अस्पताल अनंतराज में देखने को मिला जहां जनपद औरया के अजीत शुक्ला ने आरोप लगाते हुए बताया कि एक 65 वर्षीय रामबाबू अपना यूरिन से सम्बन्धित इलाज करवाने आये लेकिन इस अस्पताल के मालिक ने गलत तरीके से ऑपरेशन कर डाला, ऑपरेशन के चलते मरीज को असहनीय दर्द सहना पड़ा। लेकिन उस मरीज को जबरन मामला दबाने के लिए कई दिनों तक हॉस्पिटल में रखा गया और हजारो रूपये वसूल लिए गए।

पीड़ित मरीज के पुत्र ने मजबूरन लिया पुलिस का सहारा

जब मरीज के साथ आये तीमारदारो ने गलत ऑपरेशन को लेकर डॉक्टर से बात की तो उसे धमकाया और जान से मारने तक की धमकी दे डाली। बाद में पीड़ित मरीज के पुत्र ने मजबूरन पुलिस का सहारा लिया, पुलिस मामले की छानबीन में लगी है। दरअसल इस हॉस्पिटल का मालिक योग्य डाक्टरों और बेहतर इलाज के नाम पर मरीजों से जमकर पैसा वसूल रहा है इस अस्पताल में न तो कोई योग्य डाक्टर हैं और न ही बेहतर इलाज मरीजो को मिल रहा हैं यहीं नहीं इसकी जानकारी जिले के स्वास्थ्य अधिकारी को नही है बावजूद इसके अस्पताल पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है और जाँच कर कार्यवाही का हवाला दे दिया जाता है।

मामला कानपुर देहात के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र का

मामला कानपुर देहात के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र का है जहा अनंतराज हास्पिटल में  जनपद औरैया निवासी 65 वर्षीय रामबाबू शुक्ला अपना प्रोस्टेट का इलाज करवाने इस हॉस्पिटल में आये जहा हॉस्पिटल मालिक अमित कटियार ने अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा जिस पर मरीज रामबाबू के पुत्र ने डॉक्टर के कहने पर अकबरपुर मेडिकल सेंटर पर मरीज रामबाबू का अल्ट्रासाउंड करवाया। अल्ट्रासाउंड देख कर हॉस्पिटल मालिक अमित कटियार ने यूरिन की नली में गांठ होने की बात कही और जल्द ही ऑपरेशन के लिए कहा और ऑपरेशन फीस जमा करवा ली और हॉस्पिटल मालिक अमित कटियार बीएएमएस डॉक्टर होने के बावजूद स्वयं ही मरीज का ऑपरेशन कर डाला लेकिन ओपरेशन के बाद कोई गांठ नही निकली। मामला संदिग्ध प्रतीत होने के बाद मरीज के तीमारदार ने अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट को दूसरे डॉक्टर को दिखाया जहां उसे बताया गया की प्रोस्टेट में सिर्फ सूजन थी जिसका इलाज केवल दवाइयों से किया जा सकता था ऑपरेशन की कोई जरुरत नही थी वहीं मरीज की हालत ऑपरेशन के बाद नाजुक हो गई जिसके कारण मरीज को करीब दस दिन तक हॉस्पिटल में रहना पड़ा और हॉस्पिटल में एडमिट होने के एवज में मरीज से डॉक्टर साहब ने हजारो रूपये ठग लिए।

हॉस्पिटल मालिक ने मरीज के पुत्र को दी जान से मारने की धमकी

जब पूरे मामले को लेकर मरीज के पुत्र ने हॉस्पिटल मालिक से बात की तो हॉस्पिटल मालिक ने उसे जान से मारने की धमकी देते हुए मरीज को हॉस्पिटल से निकाल दिया, जिसके बाद मरीज के पुत्र अजीत शुक्ल ने पुलिस से अपनी गुहार लगाई और हॉस्पिटल मालिक अमित कटियार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी। फ़िलहाल पूरे मामले में तहरीर मिलने के बाद पुलिस जाँच में जुटी है, जब इस मामले में जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी महोदय से बात की तो उनका वही पुराना जवाब की जाँच कर कार्यवाही की जाएगी।

अनंतराज हास्पिटल मौत और फर्जी बाड़े का अड्डा

वहीं मानक विहीन और झोलाछापों से भरे अनंतराज हास्पिटल मौत और फर्जी बाड़े का अड्डा बन गया हैं जिसकी जानकारी जिले के स्वास्थ्य विभाग को भी है लेकिन कार्यवाही के नाम पर केवल जांच की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया जाता हैं। दरअसल स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट अस्पतालों की जांच की बात कहता लेकिन न तो जांच होती हैं और न ही कार्यवाही। अनंतराज अस्पताल के प्रबंधक अमित कटियार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ साठगांठ कर बिना योग्य डाक्टरों के अस्पताल का संचालन कर रहा हैं। वहीं अमित कटियार बीएमएस होने के बावजूद भी अस्पताल में मरीजों का इलाज और ओपरेशन कर कर लोगो को ठगने में लगा हैं।

प्रदेश की सरकार को कोई फर्क नहीं

इस हॉस्पिटल के पूरे मामले में कही न कही अधिकारियो की सांठ गांठ के चलते अपनी दबंगई के दम पर बिना मानक पूरे किये ही हॉस्पिटल अधिकारियों की नाक के नीचे चला रहा है और प्रदेश की सरकार को कोई फर्क नहीं नजर आ रहा है फ़िलहाल मामला मीडिया के संज्ञान में आते ही अधिकारी हरकत में आते नजर तो आते है और जाँच की बात कहते है लेकिन बाद में मामला ठन्डे बसते में चला जाता है और फिर से हॉस्पिटल संचालित करवा दिया जाता है बहरहाल अब देखना यह है की इन अधिकारियो और मानक विहीन हॉस्पिटल पर बंदी की कार्यवाही कब तक की जाती है।