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बच्चों की सोच को नेगेटिव बना रहा 'PUBG'

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Jul 6, 2020

वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी कि ऑनलाइन गेम 'PUBG' बच्चों को जुर्म की दुनिया से परिचित करा रहा है और उनकी सोच को नेगेटिव बना रहा है। खबरों के अनुसार, एक 22 वर्षीय शख्स, जो 'मल्टी-प्लेयर कॉम्बैट गेम' का आदी हो गया था, ने पिछले महीने महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में अपने घर में कथित रूप से ख़ुदकुशी कर ली थी। वहीं, राजस्थान के कोटा में रात भर PUBG खेलने के बाद एक 14 वर्षीय लड़के ने आत्महत्या कर ली थी। 

PUBG केवल नुकसान देता है...
गौरतलब है कि गत वर्ष, महाराष्ट्र के भिवंडी में एक 15 वर्षीय किशोर ने मोबाइल फोन पर PUBG खेलने के लिए फटकारने के बाद अपने बड़े भाई की कथित रूप से हत्या कर दी थी। अब, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व प्रमुख जी माधवन नायर ने शुक्रवार को कहा कि PUBG केवल नुकसान के अलावा कुछ नहीं देता है। जब उनसे इस पर बैन लगाने की मांग के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यह बच्चों को जुर्म और युद्ध की दुनिया से अवगत कराता है।

वक्त की बर्बादी है खेल
उन्होंने कहा कि यह खेल, खेलने वाले खिलाड़ियों के कौशल या बौद्धिक क्षमता में वृद्धि नहीं करता है, खासकर बच्चों को। उन्होंने कहा कि खेल जीतने तक इसे खेलते रहने की प्रवृत्ति है। यह नशे की लत और वक़्त की बर्बादी की प्रक्रिया है। यह केवल एक आपराधिक मानसिकता विकसित करता है।