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पाकिस्तान चाहता ​है अमेरिका के साथ पाक रिश्ते : खान

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Feb 2, 2018

आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान और अमेरिका के बीच रिश्ते लगातार तल्ख होते जा रहे हैं। पाकिस्तान को लेकर अमेरिका के रुख से भड़के पाकिस्तान ने अब कह दिया है कि अमेरिका को संतुष्ट करना पाकिस्तान का काम नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने यह बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की सरकार अमेरिका के साथ अपने रिश्तों पर फिर विचार कर रही है। हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने सीमा पार हमलों में शामिल आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करने के अमेरिकी आरोपों को साफ खारिज कर दिया है और उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से सैन्य सहायता पर रोक लगाने के बावजूद उसके साथ सकारात्मक रिश्ते जारी रखने पर बल दिया है। **पाक रक्षा मंत्री ​का दावा** वहीं खान ने दावा किया है कि आतंकी विरोधी अभियानों के चलते देश की घरेलु सुरक्षा में भी सुधार हुआ है। जानकारी के मुताबिक खान ने कहा कि अफगानिस्तान अपनी विफलता छुपाने के लिए सारा दोष पाकिस्तान के मत्थे मढ रही है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में सिर्फ शांति बहाल करना चाहता है ताकि क्षेत्रीय संपर्क के आर्थिक लाभों का अधिक से अधिक फायदा उठाया जा सके। गोखान ने न्यूयार्क स्थित अंतरराष्ट्रीय संवाद समिति को दिये इंटरव्यूह में कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों तथा उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तथा किसी भी आतंकी समूह को सुरक्षित शरणस्थली नहीं मुहैया करायी गयी है। गौरतलब है कि अमेरिका के साथ रिश्ते में दिन-प्रतिदिन आ रही कड़वाहट के बीच पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने वाशिंगटन के साथ अपने सभी खुफिया एवं रक्षा सहयोग रोक लिया है। पाकिस्तान का नया पैंतरा, अमेरिका के साथ सैन्य एवं खुफिया सहयोग रोकने का किया दावा आतंकी समूहों पर कार्रवाई नहीं करने पर अमेरिका ने पाक को दी जाने वाली अपनी सैन्य मदद रोक ली है। **पाक अपने बलिदानों की कीमत नहीं चाहता** रक्षा मंत्री ने कहा, पाकिस्तान अपने बलिदानों की कीमत नहीं चाहता लेकिन वह चाहता है कि उसके प्रयासों को सराहा जाए। खान ने कहा कि अफगानिस्तान युद्ध को पाकिस्तान अपनी धरती पर लड़ने की इजाजत नहीं देगा। अपने साथ सैन्य एवं खुफिया सहयोग रोकने की रिपोर्टों के बीच अमेरिका ने कहा कि उसे उम्मीद है कि पाकिस्तान बातचीत की मेज पर आएगा और उन आतंकवादी समूहों का आक्रामकता से सामना करने की इच्छा दर्शाएगा जो उसकी जमीन से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। **डोनाल्ड़ ट्रंप का आरोप** आपको बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि उसने अमेरिका को झूठ और धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया तथा उन्होंने उसे दी जाने वाली करीब दो अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता रोक दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप के इस बयान के बाद पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ सैन्य एवं खुफिया सहयोग रोकने का निर्णय लिया है। पाकिस्तान के इस कथित कदम पर टिप्पणी करने के लिए कहने पर अमेरिका के उप विदेश मंत्री स्टीव गोल्डस्टीन ने कहा, हमें पाकिस्तान से भविष्य में सहयोग मिलने की उम्मीद है।