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ट्रेनों में भीड़ नियंत्रित करने के लिए रेलवे का मास्टर प्लान, जनरल और नॉन एसी कोच पर रेल मंत्री का बड़ा दावा

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Jul 29, 2024

Indian Railways: भारतीय रेलवे पर इस समय ट्रेनों में एसी कोच का ज्यादा इस्तेमाल करने का आरोप लग रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस आरोप पर सफाई देते हुए कहा कि प्रत्येक 22 डिब्बे वाली ट्रेन में 12 नॉन-एसी जनरल और स्लीपर कोच लगाए जा रहे हैं. भारतीय रेलवे के पास वर्तमान में दो तिहाई नॉन-एसी कोच और एक तिहाई एसी कोच हैं। इसके अलावा भारतीय रेलवे इस साल 10,000 नॉन-एसी कोच तैयार कर रहा है.

नॉन एसी कोच का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में सांसद हारिस बीरन के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय रेलवे सबसे ज्यादा संख्या में नॉन एसी कोच का इस्तेमाल कर रहा है. हारिस बीरन ने रेल मंत्री से सवाल किया कि ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ हो रही है. इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार क्या उपाय कर रही है? इसके साथ ही क्या नॉन एसी ट्रेनों की संख्या भी कम की जा रही है? आजकल ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ होती है और आरक्षित डिब्बों में अनारक्षित यात्रियों का प्रवेश आम बात हो गई है।

वंदे भारत के साथ चली अमृत भारत एक्सप्रेस

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि साल 2019 से 2024 के बीच कोरोना महामारी के कारण यात्री यातायात में बड़ा बदलाव आया है. भारतीय रेलवे यात्रियों की जरूरत के हिसाब से अलग-अलग तरह की ट्रेनें चला रहा है। हमने वंदे भारत एक्सप्रेस भी चलाई है और अमृत भारत एक्सप्रेस भी। अमृत ​​भारत एक नॉन एसी ट्रेन है। रेलवे ने इसके माध्यम से यात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवा उपलब्ध करायी है.

स्पेशल ट्रेनें चलाकर भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है

रेल मंत्री ने कहा कि त्योहार की छुट्टियों और पीक सीजन के दौरान मांग बढ़ने पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे द्वारा विशेष ट्रेनें चलाई जाती हैं। इसके अलावा ट्रेनों की क्षमता भी बढ़ाई जा रही है. भारतीय रेलवे वर्तमान में लगभग 10,000 नॉन एसी जनरल क्लास और स्लीपर क्लास कोच का निर्माण कर रहा है।

Report By:
Author
ASHI SHARMA