Jan 4, 2020
पूरे देश में रेलवे ने ट्रेनों में यात्री किराये में बढ़ोत्तरी की है। दूसरी तरफ, देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस में ऑफ सीजन की वजह से किराया कम किया गया है। यह किराया तीन श्रेणियों में सबसे कम है। अगर यात्री कम होते हैं तो आईआरसीटीसी इसका किराया और भी कम करने पर विचार कर रहा है। तेजस में किराया घटाने-बढ़ाने के लिए आईआरसीटीसी प्रबंधन पूरी तरह से स्वतंत्र है। तेजस एक्सप्रेस में तीन मौकों पर तीन श्रेणियों का किराया लिया जाता है। होली-दिवाली जैसे त्योहारों पर टिकटों की मारामारी की वजह बेस फेयर सबसे ज्यादा होता है। गर्मियों की छुट्टियों में बेस किराया द्वितीय श्रेणी का होता है, लेकिन ठंड में कोहरे के दौरान किराया सबसे कम श्रेणी का है।
आईआरसीटीसी ने तेजस एक्सप्रेस को ले रखा है लीज पर
आईआरसीटीसी ने तेजस एक्सप्रेस को लीज पर ले रखा है। इसलिए वह अपनी आमदनी के मद्देनजर किराया कम ज्यादा कर सकती है। यात्री कम होने पर आईआरसीटीसी किराया और कम करने पर विचार करने के लिए स्वतंत्र है। तेजस एक्सप्रेस में कानपुर से नई दिल्ली का मौजूदा किराया 1680 रुपये है। अब इस किराये को भी कम करने की तैयारी चल रही है। हालांकि यह किराया दिवाली के दौरान तीन हजार रुपये तक पहुंच चुका है। फ्लैक्सी फेयर सिस्टम के तहत ट्रेन में जितनी कम सीटें बचेंगी और डिमांड जितनी ज्यादा होगी, उसके आधार पर टिकट का दाम बढ़ेगा। इस समय तेजस एक्सप्रेस का किराया ऑफ सीजन में सबसे कम है।