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उत्तराखंड पेपर लीकः मुख्यमंत्री ने किया भर्ती परीक्षा रद्द करने का ऐलान, आरोपियों पर लगेगा PMLA

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Aug 24, 2022


पीछले कई दिनों से उत्तराखंड में UKSSSC के पेपर लीक को लेकर हंगामा मचा हुआ है। स्पेशल टास्क फोर्स ने भर्ती घोटाले में अब तक 22 लोगों को आरोपी बनाया है।  पैसे लेकर सरकारी नौकरी दिलाने का इतना बड़ा ‘खेल’ राज्य में चल रहा था, इसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। बीते मंगलवार को एसटीएफ ने इस घोटाले के किंगपिन हाकम सिंह समेत दो आरोपियों को हिरासत में लेने की मांग की थी।

मुख्यमंत्री ने किया भर्ती परीक्षा रद्द करने का ऐलान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एसएससी परीक्षा को लेकर बुधवार के दिन रिव्यू मीटिंग की। जिसके बाद सीएम धामी ने परीक्षा रद्द करने का ऐलान कर दिया है। पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि जिन भर्तियों में अनियमितता के साक्ष्य मिले है वे भर्तियां रद्द की जाएंगी। धामी ने कहा 'UKSSSC पेपर लीक मामले की जांच में तेजी लाएं और साथ ही ये निर्देश भी दिए कि इस मामले में आरोपियों की प्रॉपर्टी जब्त की जाए'। धामी ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए कि दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया जाए।
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में कहा था कि भर्तियां रद्द नहीं की जाएंगी। उन्होंने तब ये भी साफ किया था कि युवाओं के हित का ध्यान रखा जाएगा, उनका अहित नहीं होने दिया जाएगा। लेकिन अब अपनी ही बात से पलटते हुए  मुख्यमंत्री ने भर्ती परीक्षा रद्द करने और चयन प्रक्रिया नए सिरे से शुरू करने का ऐलान कर दिया है।


विधानसभा चुनाव से शुरू हुई घोटाले की प्रक्रिया
उत्तराखंड के एक अलग राज्य बनने के बाद से ही ये अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। इस घटाले की शुरुआत साल 2021 के अंत में हुई जब पूरा राज्य आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर रहा था। सरकारी स्कूलों के शिक्षक, जिला अदालतों के निचले स्तर के कर्मचारी, सचिवालय का स्टाफ, एक इंजीनियर, कोचिंग इंस्टीट्यूट तहत इस खेल में बहुत से लोग शामिल हुए।

रसोइये ने रची पेपर लीक की साजिश
एसएससी परीक्षा लीक मामले के मुख्य आरोपी का नाम हाकम सिंह है। जो पहले एक रसोईये का काम करता था। आरोप है कि हाकम सिंह ने एसएससी भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने के लिए लखनऊ के प्रिंटिंग प्रेस के अपने सूत्र का इस्तेमाल किया था। इसके बाद जब भर्ती परीक्षा का ऐलान किया गया, तो आरोपी ने अभ्यर्थियों को अलग-अलग लोकेशन पर बुलाया। जिसके बाद उनसे पैसे लेकर उन्हें आंसर-की सौप दिया गया।