Apr 7, 2020
नई दिल्लीः आज विश्व के करीब 200 से ज्यादा देश कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं और ऐसे समय में सात अप्रैल को मनाया जाने वाले विश्व स्वास्थ्य दिवस का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। आज दुनियाभर के स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की सेवा में और उनकी जान बचाने में लगे हैं। हर साल सात अप्रैल की तारीख को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत साल 1950 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई
डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई थी। इस संस्था का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जेनेवा शहर में है। डब्ल्यूएचओ की स्थापना के समय इसके संविधान पर विश्व के 61 देशों ने हस्ताक्षर किए थे और इसकी पहली बैठक 24 जुलाई 1948 को हुई थी। भारत सरकार ने भी पोलियो जैसी महामारी को खत्म किया गया है। फिलहाल डब्ल्यूएचओ टीबी, एचआईवी, एड्स और इबोला जैसी जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के लिए काम कर रहा है और वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए कई देशों की सरकारों के साथ मिलकर विश्व स्वास्थ्य संगठन काम कर रहा है।