Sep 7, 2025
दिल्ली के लाल किले से चोरी: 1 करोड़ रुपये का सोने-रत्नों से सजा कलश गायब, पुजारी बनकर आरोपी ने अंजाम दिया वारदात
अनोखे धार्मिक आयोजन के बीच हुई सनसनीखेज चोरी-दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला परिसर स्थित 15 अगस्त पार्क में जैन समुदाय का भव्य धार्मिक अनुष्ठान चल रहा था। परंपरा अनुसार इस आयोजन में विशेष कलश को पूजा-अर्चना के लिए लाया जाता था। लेकिन इस पवित्र अवसर पर सबके होश उड़ाने वाली घटना घटी। करीब 1 करोड़ रुपये मूल्य का कलश चोरी हो गया। यह कलश 760 ग्राम शुद्ध सोने और 150 ग्राम कीमती रत्न – हीरा, पन्ना और माणिक्य से सजाया गया था।
कैसे हुई चोरी? – सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज
घटना की शुरुआत आयोजकों के ध्यान भटकने से हुई। जब सोने-रत्नों से सजा कलश अचानक गायब पाया गया, तो सभी लोगों में हड़कंप मच गया। जांच में सामने आया कि एक व्यक्ति धोती-कुर्ता पहनकर आयोजनों में घुल-मिल गया था। सीसीटीवी फुटेज ने पूरी कहानी बयां की। आरोपी ने कई दिन पहले से पूरी जगह की रेकी की थी। मौका पाकर वह समारोह के दौरान कलश को अपने झोले में भरकर फरार हो गया।
आरोपी की पहचान – कई बार कर चुका है वारदात
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी पहले भी तीन बार मंदिर परिसर में पुजारी बनकर चोरी कर चुका है। सभी पुरानी घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास हैं। जैन समाज के प्रतिनिधि पुनीत जैन ने बताया कि यह कलश धार्मिक अनुष्ठानों में कई महीनों से उपयोग हो रहा था। उसके गायब होने से जैन समुदाय में गहरा आघात लगा है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई – गिरफ्तारी जल्द संभव
एडीसीपी साइबर क्राइम ने कहा कि आरोपी की पहचान पूरी तरह से हो चुकी है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस संदर्भ में विशेष पुलिस टीमें गठित की गई हैं जो लगातार इस मामले की गहनता से जांच कर रही हैं।
धार्मिक और सामुदायिक महत्व
यह कलश केवल मूल्यवान वस्तु नहीं, बल्कि धार्मिक अनुष्ठानों का महत्वपूर्ण प्रतीक भी था। जैन समाज के लिए यह कलश पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। इसके गायब होने से समुदाय में चिंता और नाराजगी दोनों हैं।
यह घटना एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि धार्मिक आयोजनों में भी सुरक्षा के इंतजाम सख्ती से किए जाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं न घटें।