Sep 4, 2025
सहारनपुर में हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने का खतरा: दिल्ली और आसपास के गांवों में तबाही की आशंका
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली और आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मूसलाधार बारिश के बाद यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बैराज के सभी गेट खोल दिए गए, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया। इससे न केवल सड़कें टूट गईं, बल्कि कई गांव जलमग्न हो गए। हिंदन नदी पर पुल निर्माण का काम अधर में लटकने से भी स्थिति और गंभीर हो गई है।
बैराज से पानी छोड़ने से बढ़ा खतरा
हथिनीकुंड बैराज से 3.50 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया, जो इस मानसून का उच्चतम स्तर है। इससे दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। एक वायरल वीडियो में लोग जान जोखिम में डालकर बहती लकड़ियों को पकड़ते दिखे, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
गांवों में जलभराव, सड़कें टूटीं
बैराज से छोड़ा गया पानी सहारनपुर के आसपास के गांवों में घुस गया, जिससे घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा। भारी बारिश ने सड़कों को जगह-जगह तोड़ दिया, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। घाढ क्षेत्र में हिंदन नदी पर प्रस्तावित पुल का निर्माण कार्य रुका हुआ है, जिससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
प्रशासन पर सवाल
लगातार बारिश और बैराज से पानी छोड़ने के फैसले ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। लोगों ने मांग की है कि जल निकासी और बाढ़ प्रबंधन के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं, ताकि जान-माल का नुकसान रोका जा सके।