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सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद सचिन पायलट पर टिकी नजरें...

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Mar 13, 2020

ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद राजस्‍थान को लेकर सियासी अटकलें शुरू हो गई हैं, ऐसा इसलिए क्‍योंकि राजस्‍थान में सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच दरार की खबरें आ रही हैं। इस वजह से सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद सचिन पायलट के रुख पर भी सबकी नज़रें टिकी हुईं हैं।

सब्र का फल हमेशा मीठा होता है..
इस बीच केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के सियासी घटनाक्रम को लेकर कहा कि थोड़ा इंतजार कीजिए, क्योंकि सब्र का फल मीठा होता है। दरअसल, उनसे पूछा गया था कि क्या सचिन पायलट भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के रास्ते पर चलेंगे? शेखावत ने कहा है कि मुझे लगता है कि अभी देश को ऐसी काफी सारी घटनाएं देखने को मिलेंगी। ज्योतिरादित्य और सचिन ने कई वर्षों तक साथ काम किया है दोनों एक ही पीढ़ी के नेता हैं। दोनों वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के परिवार से संबंध रखते हैं। निश्चित ही दोनों में दोस्ती और आत्मीय रिश्ते होंगे, किन्तु आगे क्या होगा, इसके लिए थोड़ा सब्र करना चाहिए, क्योंकि सब्र का फल हमेशा मीठा होता है।

​कांग्रेस पार्टी पर शेखावत ने बोला हमला
मीडिया से बात करते हुए शेखावत ने कांग्रेस पार्टी पर भी तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि झूठे वादे करना, बड़े-बड़े भ्रम जाल फैलाना और साकार बनने के बाद इन वादों को भूल जाना कांग्रेस पार्टी का स्वभाव बन चुका है। यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी आज हाशिए पर चली गई है। जनता ने चुनाव के दंगल में हर जगह उन्हें नकार दिया है। कांग्रेस अब देश को धर्म के नाम पर बांटने का काम कर रही है।