Sep 21, 2019
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने आगे बताया कि पर्यटन को केवल अध्यात्मिक पर्यटन तक ही सीमित नहीं रखा जाना चाहिए, बल्कि उसे हैरिटेज, वन्यजीवन तक बढ़ाया जाना चाहिए और इसकी योजना बनाकर इससे रोजी-रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकते हैं। सीएम योगी ने यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के सभागार में एक कार्यक्रम में तीर्थाटन, पर्यटन और क्षेत्रीय विकास पर केन्द्रित समारोह में अपने विचार रखे।
आर्थिक स्वावलम्बन की दृष्टि से पर्यटन क्षेत्र की बड़ी भूमिका
पर्यटन क्षेत्र को हम तीर्थस्थलों से आगे ले जाकर आर्थिक स्वावलम्बन की दृष्टि से बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। किन्तु इसे तीर्थाटन तक सीमित करना सही नहीं है। इसे रोजगार से भी जोड़ा जाना चाहिए। सीएम योगी ने कहा, यह सत्य है कि पर्यटन का स्वरूप तीर्थाटन के रूप में रहा है, किन्तु तीर्थयात्री को भी कुछ सुविधा चाहिए। यदि उसके पास भुगतान क्षमता है तो यह एक अच्छी पहल हो सकती है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी विश्वनाथ और उसके आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए जब हम प्लान बना रहे थे तो गाइड रखने का सुझाव आया था। पहले चरण में 30 गाइड रखे गए और वे सरकार पर बोझ बने बगैर हर महीने 30 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक कमा रहे हैं।