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'अधिकारी सुन ही नहीं रहे..' इस राज्य में भी बीजेपी विधायकों की शीर्ष नेताओं से शिकायत

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Jul 24, 2024

Bihar Politics: मानसून सत्र के बीच बिहार बीजेपी की ओर से पटना में पार्टी विधायकों की नियमित बैठक बुलाई गई. इस बैठक में सभी विधायकों से अपनी समस्याएं बताने को कहा गया. फिर एक-एक कर सभी विधायकों ने पार्टी के शीर्ष नेताओं के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज कराई. इस दौरान बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी समेत पार्टी के बिहार प्रभारी और सह प्रभारी भी मौजूद रहे. सबसे बड़ी बात यह है कि इस बैठक में कई विधायकों ने राज्य में नौकरशाही के प्रभुत्व का प्रभार दिया.

अधिकारी हमारी बात नहीं सुन रहे हैं

इस बैठक में जीवेश मिश्रा, जो राज्य सरकार में मंत्री हैं और वर्तमान में बीजेपी विधायक हैं, ने राज्य पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के खिलाफ शिकायत की. उन्होंने कहा कि जब मैं अपनी समस्या लेकर उनके पास जाता हूं तो वह मेरी बात नहीं सुनते या सुनने के बाद भी नजरअंदाज कर देते हैं. ऐसे में अगर कोई अधिकारी हमारी बात नहीं सुनेगा तो हम जनता की समस्याओं का समाधान कैसे करेंगे. इसके बाद सम्राट ने उन्हें हरसंभव मदद करने की बात कही और इस मामले को सीएम नीतीश कुमार के सामने रखने का आश्वासन भी दिया.

कनीय अधिकारियों की मनमानी बढ़ गयी है

इसके साथ ही साहिबगंज विधायक राजू सिंह ने कहा कि मुजफ्फरपुर एसएसपी राकेश कुमार हमारी बात नहीं सुन रहे हैं. जब भी हमारे लोग उनके पास जाते हैं तो वे उन्हें यह कहकर लौटा देते हैं कि वे किसी काम में व्यस्त हैं. इसलिए वहां कनीय अधिकारियों की मनमानी बढ़ गयी है. ऐसे में लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. इसके बाद बादशाह ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने की बात कही है. इसके साथ ही पातेपुर विधायक लखेंद्र पासवान ने वैशाली एसपी हरकिशोर राय से इसकी शिकायत की.

जनता के बीच पार्टी की एक अलग छवि बनेगी

उधर, मोतिहारी विधायक प्रमोद कुमा का कहना है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और शिक्षा विभाग के अधिकारी मनमानी कर रहे हैं. वे जन प्रतिनिधियों की दलीलों को अनसुना कर देते हैं. अगर हम उनसे कोई काम करने के लिए कहते हैं तो वह टाल जाते हैं। उनके द्वारा कोई ना कोई बहाना बना दिया जाता है. ऐसे में लोगों के बीच पार्टी की एक अलग तरह की छवि बनेगी और इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है.

वहीं विधायकों ने कहा कि जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी तो लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने अपने पसंदीदा अधिकारियों को इलाके में बैठा दिया था. इसका फायदा राजद को भी हुआ. कुछ जगहों पर कुछ ऐसे अधिकारी अभी भी कार्यबल में हैं, जो बीजेपी विधायकों की बात नहीं सुनते. विधायकों ने उन अधिकारियों के तबादले के साथ-साथ क्षेत्र के लोकप्रिय और तेजतर्रार अधिकारियों के तबादले पर भी जोर दिया. तब नेतृत्व ने उन्हें पहल करने का आश्वासन दिया था.

Report By:
Author
ASHI SHARMA