Jan 20, 2020
उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी प्रयागराज का नाम बदले जाने के मामले में आज सर्वोच्च न्यायालय ने यूपी की योगी सरकार को नोटिस जारी करते हुए जवाब देने के लिए कहा है। शीर्ष अदालत में यह याचिका इलाहाबाद हेरिटेज सोसाइटी नाम की एनजीओ ने दाखिल की है। यह याचिका यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के उस निर्णय के खिलाफ लगाई गई है, जिसके तहत इलाहाबाद का नाम प्रयागराज रखा गया था।
इस याचिका को इलाहाबाद उच्च न्यायालय कर चुका है खारिज
याचिका में प्रदेश सरकार पर शहर की 400 वर्ष पुरानी पहचान को समाप्त करने और संस्कृति से छेड़छाड़ करने का इल्जाम लगाया गया है। बता दें कि इस याचिका को इलाहाबाद उच्च न्यायालय खारिज कर चुका है। बता दें कि गत वर्ष यूपी कैबिनेट ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने का निर्णय लिया गया था। फैसले को हरी झंडी मिलने के बाद इलाहाबाद का आधिकारिक नाम प्रयागराज रख दिया गया था। ये मांग प्रयागराज के संतों ने की थी। संतों का कहना था कि कुंभ नगरी का प्राचीन नाम प्रयागराज ही था, किन्तु मुगल आक्रांताओं ने इसका नाम बदलकर इलाहाबाद कर दिया था। संतों ने यूपी सरकार से आग्रह किया था कि इसे फिर से प्रयागराज कर दिया जाय। इसी मांग को मंजूर करते हुए योगी सरकार ने इसे प्रयागराज नाम दे दिया था।