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लखनऊ: बड़ा बस हादसा होते-होते बचा, यात्रियों की सतर्कता ने बचाई जान

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Jan 13, 2020

दिन व दिन बढ़ती जा रही घटनाओं की बारदात के कारण हर कोई परेशान है। वहीं हाल ही में 13 जनवरी 2020 की देर रात कस्बे के मुख्य चौराहे के पास कन्नौज जैसा बस हादसा होते-होते बचा। सवारियों से खचाखच भरी टूरिस्ट बस के ब्रेक शू जाम हो जाने से उसमें आग लगते-लगते बची। लोगों ने शोर मचाकर बस रुकवाई। इधर, यात्रियों को जैसे ही जानकारी हुई तो वह खिड़कियों से नीचे कूदकर भागने लगे। शिवपुरी- झांसी से डबल डेकर टूरिस्ट बस इलाहाबाद गई हुई थी। सोमवार की रात वहीं से वापस लौट रही थी। बस में चालक-परिचालक के साथ ही महिलाओं-बच्चों समेत करीब 95 यात्री सवार थे। देर रात करीब 9.45 बजे के आसपास बस जैसे ही घाटमपुर कस्बे के मुख्य चौराहे के पास पहुंची। तभी, वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिस के साथ ही कुछ दुकानदारों ने बस के पिछले पहियों से धुएं का गुबार और आग की चिनगारियां निकलते देखीं।

आग लगने की आशंका से बस में सवार यात्री खिड़कियों के रस्ते से नीचे कूदे

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह देख लोगों ने शोर मचाया और चालक को इशारा करके बस रुकवाई। बस रुकते ही वहां धुएं का गुबार छा गया। किसी अनहोनी और आग लगने की आशंका से बस में सवार यात्री खिड़कियों के रस्ते से नीचे कूदने लगे। जबकि, ऊपर की सीटों पर सो रहे कई यात्री हड़बड़ी में जागे तो नीचे आ गिरे जिससे उनको हल्की-फुल्की चोटें आईं। आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि बस पर सवार यात्री कहेरा शिवपुरी -झांसी निवासी रामकिशोर गुप्ता ने बताया कि वह अपने चाचा की अस्थियां लेकर इलाहाबाद में विसर्जित करने गया था। यह भी बताया जा रहा है कि साथ में पत्नी सहित परिवार के कुल 10 सदस्य भी थे। वहीं बताया कि बस रुकते ही धुएं का गुबार देख उसे लगा कि बस में आग लग गई है। इससे परेशान होकर वह पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के खिड़की में लगे शीशे तोड़े और नीचे कूद गया। संयोग से किसी को चोट नहीं आई।