Mar 6, 2024
HIGHLIGHTS
-यह विधेयक 26 फरवरी को विधानसभा में पारित किया गया था
-विधेयक में उल्लेख किया गया है कि निर्दोष और निर्दोष लोगों का शोषण किया जा रहा है...
Swaraj khass - असम सरकार ने जादुई उपचार पर एक विधेयक पारित करने के बाद जादू टोना सहित जादुई उपचार पर प्रतिबंध लगा दिया है। 26 फरवरी को विधानसभा में हिमंत सरकार द्वारा पारित असम हीलिंग (बुराइयों की रोकथाम) प्रथा विधेयक में कहा गया था कि अवैज्ञानिक उपचार पद्धतियों का शोषण किया जा रहा है जैसे कि निर्दोष और निर्दोष लोगों का शोषण किया जा रहा है। एक अपराध घोषित किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बिल में प्रार्थना को भी शामिल करने से ईसाई समुदाय नाराज हो गया है... असम क्रिश्चियन फोरम नामक संगठन के अनुसार, यशायाह में जादुई उपचार जैसा कोई शब्द नहीं है। अन्य धर्मों की तरह, उपचार केवल प्रार्थना के माध्यम से किया जाता है, जिसे विश्वास भरना कहा जाता है। इस आस्था भराई में किसी भी बीमारी को ठीक करने के लिए व्यक्तिगत रूप से या समूह में दुआ की जाती है। पूर्वोत्तर राज्य असम में भी सामाजिक-आर्थिक सुधार के क्रमिक उपायों का विरोध किया गया है।
इससे पहले बाल विवाह पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई करने के कदम उठाए गए थे...कुछ समय पहले असम कैबिनेट द्वारा स्वदेशी मुस्लिम आबादी के सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण को मंजूरी दी गई थी। इसमें असमिया मूल के मुसलमानों को अधिक सुविधाएँ प्रदान करना शामिल था। हालांकि विपक्ष शांत नहीं हुआ है, लेकिन हिमंत सरकार ने झाड़ू फूंकने जैसे उपायों पर रोक लगा दी है....
