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राजन के कार्यकाल में छपे 2000 के नोट में उर्जित पटेल का हुआ हस्ताक्षर!

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Feb 18, 2017

देश में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद करने के बाद बाजार में आये 2000 रुपये के नये नोट की छपाई रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के कार्यकाल में ही शुरू कर दी गयी थी, लेकिन इस पर हस्ताक्षर केंद्रीय बैंक के नये गवर्नर उर्जित पटेल का कराया गया। अंग्रेजी के अखबार हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक ने दो हजार के नये नोटों की छपाई की प्रक्रिया 22 अगस्त, 2016 को ही शुरू कर दी थी और ठीक इसके अगले ही दिन सरकार ने रिजर्व बैंक के नये गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल के नाम की घोषणा की थी।

सोचने वाली बात यह भी है कि रिजर्व बैंक के नये गवर्नर के नाम की घोषणा के करीब दो हफ्ते 4 सितंबर, 2016 तक रिजर्व बैंक के नये गवर्नर उर्जित पटेल ने रघुराम राजन के स्थान पर अपना पदभार ग्रहण नहीं किया था। इसके बावजूद, रिजर्व बैंक की ओर से शुरू किये गये नये नोटों की छपाई के समय निवर्तमान गवर्नर रघुराम राजन के नाम का हस्ताक्षर नहीं कराया गया। इस संबंध में जब हिंदुस्तान टाइम्स की ओर से ई-मेल के जरिये वित्त मंत्रालय से सवाल किया कि जब रघुराम राजन के कार्यकाल में ही 500 और 1000 रुपये के बड़े नोटों को बंद कर 2000 रुपये के नये नोट को चलाने के बारे में फैसला लिया गया, तो फिर उस पर रघुराम राजन का हस्ताक्षर क्यों नहीं कराया गया, तो वित्त मंत्रालय की ओर से कोई माकूल जवाब भी नहीं दिया गया। इतना ही नहीं, इसी तरह का सवाल ई-मेल के जरिये रघुराम राजन से भी किया गया, लेकिन उन्होंने भी सवाल का जवाब देना उचित नहीं समझा।

अंग्रेजी का अखबार हिंदुस्तान टाइम्स अपनी खबर में इस बात का भी जिक्र करता है कि नये नोटों के प्रचलन के बारे में वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से सवाल करने के बाद भी कोई माकूल जवाब नहीं मिला, तो भी अखबार के पास 2000 रुपये के नये नोटों की छपाई से संबंधित सबूत उसके पास मौजूद हैं। बताते चलें कि बीते साल के दिसंबर महीने में रिजर्व बैंक के नये गवर्नर उर्जित पटेल ने खुद वित्त मंत्रालय की संसदीय समिति के समक्ष इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि 2000 रुपये के नये नोटों को छापने को लेकर 7 जून, 2016 को ही कर लिया गया था।