Mar 12, 2024
SWARAJ NEWS - दुनिया भर के लाखों लोगों के आहार का हिस्सा रहे केले पर जलवायु परिवर्तन और तेजी से फैलने वाली बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि आने वाले वर्षों में केले की फसल को भारी नुकसान हो सकता है...
केला एक ऐसा फल है जिसकी खेती दुनिया के अधिकांश देशों में की जाती है और यह लाखों लोगों के पौष्टिक भोजन की आवश्यकता को पूरा करता है।
हाल ही में इटली के रोम में वर्ल्ड बनाना फोरम की बैठक हुई और अर्थशास्त्री पास्कल लियू ने कहा कि जलवायु परिवर्तन केले के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है. दुनिया में केले का निर्यात सबसे ज्यादा होता है, लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण आने वाले वर्षों में इसकी कीमतें आसमान छू सकती हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक, केले मौसम के बदलावों को झेल सकते हैं और जल्दी खराब नहीं होते हैं, लेकिन ग्लोबल वार्मिंग का असर अब इन पर देखने को मिल रहा है। उच्च तापमान केले को सूट नहीं करता है और यह उन्हें सबसे खतरनाक फ्यूजेरियम विल्ट टीआर रोग से मार सकता है।
यह बीमारी अब ऑस्ट्रेलिया, एशिया और अफ्रीका में फैल गई है और दक्षिण अमेरिका में भी इसने पैर जमा लिया है। एक बार जब यह बीमारी केले के खेत में फैल जाती है, तो यह एक-एक करके पेड़ों को मार देती है। इस बीमारी का अंत कहना भी मुश्किल है....
पास्कल लियू ने आगे कहा कि फ्यूजेरियम विल्ट टीआर बैक्टीरिया का प्रतिरोध भी अधिक है। यह तेज़ हवाओं के साथ भी फैल सकता है। ऐसे में यह तेजी से फैल सकता है। इस बीमारी के अलावा उर्वरकों की बढ़ती लागत, परिवहन समस्याएँ भी केला उत्पादकों के लिए समस्याएँ पैदा कर रही हैं।
यदि केले का उत्पादन नहीं बढ़ा तो आने वाले वर्षों में केले की कीमत में भारी वृद्धि हो सकती है और दुनिया को एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ेगा।
