Sep 6, 2018
शेख आलम : धरमजयगढ़ वन मंडल के कापू वनपरिक्षेत्र अंतर्गत कुमरता गाँव के करीलबहार जंगल में इमारती पेड़ो को तस्कर बेख़ौफ़ हो कर दिन दहाड़े काट रहे हैं और विभाग को इसकी शायद भनक तक नहीं है या फिर यूँ कहें सब कुछ जानते हुए विभाग चुप्पी साधी हुई है नतीजन तस्करों के हौसले इतने बुलंद है की सड़क के किनारे पेड़ो की कटाई करने में गुरेज नहीं कर रहे हैं। सड़क से महज 200 मीटर अंदर जंगल में पेड़ों की कटाई जोरों पर है बाकायदा लकड़ी चोर जंगल में बेख़ौफ़ होकर आरा लगाकर लकड़ी चीरने में मसगुल हैं जो वन विभाग के अधिकारी व् कर्मचारी की मिली भगत की बात को काफी जोर देता है।
इस पूरे मामले में कुमरता गाँव के ग्रामीण मुकेश डनसेना और राधेश्याम डनसेना द्वारा जंगल में पेड़ काटने की सुचना विभाग में दिए इस पर वन कर्मियों द्वारा तत्काल एक्शन नहीं लिया गया बाद में ग्रामीणों द्वारा ज्यादा जोर देने पर वन अमला मौके पर पहुंचा और कटी हुई पेड़ एवं लकड़ी चिरान आरा को कब्जे में लेते हुए एक तस्कर दलवीर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया फिलहाल लकड़ी तस्कर दलवीर पर विभाग 2000 रुपए का आर्थिक दण्ड लगाकर छोड़ दी जबकि मौके पर और 04 तस्कर थे जो लकड़ी काटते मौके पर पाये गए और उनका विजुअल भी ग्रामीणों द्वारा बनाया गया है।
फिर भी वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी एक के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर बाकी 4 और लकड़ी तस्करों को मजदूर बता कर छोड़ दिए, वन विभाग का लकड़ी तस्करों पर इस तरह का करम साफतौर पे कहीं न कहीं तस्कर और विभाग की मिलीभगत को साबित करता है।