Jul 4, 2025
श्रावण मास 2025: सावन का शुभारंभ, व्रत तिथियां और पूजन विधि
श्रावण मास 2025 भगवान शिव की भक्ति का पवित्र समय है, जो 11 जुलाई से शुरू होगा। इस माह में सावन सोमवार के व्रत और शिवलिंग पर जलाभिषेक विशेष महत्व रखते हैं। शिववास योग में पूजा से सौभाग्य और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह माह आध्यात्मिक उत्थान, पाप नाश और सुख-शांति के लिए खास है। भक्त भोलेनाथ की आराधना में जुटकर जीवन को समृद्ध बनाते हैं।
सावन माह की शुरुआत
वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन 2025 का आरंभ 11 जुलाई से होगा। आषाढ़ पूर्णिमा 10 जुलाई रात 1:36 बजे से 11 जुलाई रात 2:06 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के आधार पर श्रावण प्रतिपदा 11 जुलाई रात 11:07 से शुरू होगी।
शिववास योग का महत्व
सावन के पहले दिन शिववास योग बनेगा, जिसमें शिव-पार्वती कैलाश पर विराजमान होंगे। इस योग में जलाभिषेक और पूजा से सौभाग्य, समृद्धि और वरदान मिलता है।
सावन सोमवार व्रत तिथियां
14 जुलाई: पहला सोमवार
21 जुलाई: दूसरा सोमवार
28 जुलाई: तीसरा सोमवार
04 अगस्त: चौथा सोमवार
9 अगस्त को सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन के साथ माह समाप्त होगा।
धार्मिक लाभ
सावन में शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाने से पाप नष्ट होते हैं। सोमवार व्रत से मनोकामनाएं पूरी होती हैं, दांपत्य जीवन सुखमय बनता है। जप, ध्यान और दान से आत्मिक शुद्धि मिलती है।