Dec 31, 2022
अब ड्राइवर को नींद आई तो चीखेगा डीएएस
भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत के कार एक्सीडेंट में गंभीर घायल होने के बाद एक बार फिर असुरक्षित सड़कों और कारों में झपकी आने पर ड्राइवर को चेतावनी देने वाले सिस्टम लगाने की बात जोर पकड़ने लगी है। माना जाने लगा है कि अब ऐसे हादसों को रोकने के लिए भारत सरकार वाहनों में खास सिस्टम अनिवार्य कर सकती है। इन्हें कार, ट्रक और बस में लगाना अनिवार्य हो सकता है। अगर ड्राइवर को झपकी आई तो ड्राउजीनेस अलर्ट सिस्टम उन्हें ऑडियो अलर्ट से सतर्क करेगा। इस सिस्टम के लिए मानक ड्राफ्ट किए जा रहे हैं। कई देशों में इस तरह के सिस्टम इस्तेमाल होते हैं। इनमें अलग अलग तकनीक से तय किया जाता है कि नींद आ रही है।
ऐसे रहती है नजर
कुछ सिस्टम स्टीयरिंग पैटर्न पर नजर रखते हैं तो कुछ ड्राइविंग लेन में गाडी की पोजिशन पर ड्राइवर की आंखों और चेहरे के आधार पर नींद का अनुमान लगाने वाले सिस्टम भी यूज होते हैं। ड्राइविंग करते वक्त झपकी आना बेहद खतरनाक है। गाडी बेहद तेज रफ्तार में हो तो ड्राइवर को रिएक्ट करने का टाइम ही नहीं मिलता, ब्रेक लगाने में देर हो जाती है। एक्सपर्ट कमिटी ने डीएएस के लिए एक ड्राफ्ट ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्ड तैयार किया है। इसे जल्द ही फीडबैक के लिए पब्लिक डोमेन में रखा जाएगा।
ऋषभ की प्लास्टिक सर्जरी, दिल्ली एयरलिफ्ट होंगे
ऋषभ पंत को जलती कार से बाहर निकालने वाले बस ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत को बडा इनाम मिला है। दोनों को पानीपत डिपो की तरफ से सम्मानित किया गया है. उत्तराखंड सरकार ने भी पुरस्कार का ऐलान किया है। उधर अफसर अब हादसे की वजह तलाशने के लिए नाप जोख कर रहे हैं। जिस जगह पर हादसा हुआ है। वह ब्लैक स्पॉट है। 50 मीटर सड़क ऊबड़ खाबड़ है। अब प्रशासन ने इस स्पॉट पर डेंजर जोन का साइन बोर्ड भी लगा दिया है। यहां हर महीने सात आठ गंभीर दुर्घटना होती हैं। वहीं देहरादून में इलाज करा रहे पंत के चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी की गई है क्योंकि चेहरे पर गंभीर कट हैं। वहीं घुटने व टखने का आज फिर एमआरआई हो रहा है, इसके बाद उन्हें दिल्ली एयरलिफ्ट किया जा सकता है।
तीन हादसो में कॉमन मर्सिडीज !
इस हादसे में कुछ ऐसा भी है जो ऋषभ पंत, टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी को एक संयोग से जोड़ता है। दरअसल, इन तीनों की ही कार का एक्सीडेंट हुआ और तीनों ही हादसों में कार डिवाइडर से जा टकराई। खास बात ये है कि तीनों ही हादसों में कार कंपनी थी मर्सिडीज बेंज।