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कोरोना के बाद इस साल इन तीर्थों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

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Dec 17, 2022

कोरोना पाबंदी के करीब दो साल बाद जब तीर्थों के कपाट खुले तो श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। इस साल वृंदावन और कई शक्तिपीठों सहित वैष्णोदेवी से केदारनाथ धाम तक भक्तों का तांता लगा रहा।

साल 2022: साल 2022 कोरोना के साये में बहुत दूर बीत चुका है। इस साल लोगों ने खूब घूमा और बाजारों में खरीदारी की। त्योहार की रौनक भी खूब देखने को मिली। दुर्गा पूजा मेले से लेकर छठ घाट तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। कोरोना के मामलों में कमी देखने के बाद भारत में पर्यटन स्थलों समेत तीर्थ स्थलों के द्वार भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। नतीजतन, सभी बड़े और प्रसिद्ध मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। इसमें केदारनाथ समेत कई मंदिर शामिल हैं।

ज्वालादेवी मंदिर

ज्वालादेवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में स्थित है। इस मंदिर की कई पहचान है। कोरोना के बाद जब भक्तों के लिए मां का दरबार खोला गया तो वहां काफी भीड़ थी। बता दें कि ज्वाला देवी मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। यहां पृथ्वी के गर्भ से निकली नौ ज्वालाओं की पूजा की जाती है। इस मंदिर में भक्तों की गहरी आस्था है। कहा जाता है कि मुगल काल में ज्वाला देवी मंदिर में उठती ज्वाला को बुझाने का प्रयास किया गया था लेकिन असफल रहा। इस चमत्कार को देखकर अकबर ने भी मंदिर में माथा टेका।

केदारनाथ धाम

उत्तराखंड की पहाड़ियों पर स्थित केदारनाथ धाम की यात्रा हर शिव भक्त का सपना होता है। कोरोना के बाद जब यहां जाने की अनुमति मिली तो शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस साल मई में कपाट खुलने के दूसरे दिन करीब 40 हजार लोग केदारनाथ पहुंचे। श्रद्धालुओं की संख्या इतनी बढ़ गई कि स्थिति बेकाबू हो गई।

मथुरा-वृंदावन

जन्माष्टमी के मौके पर कृष्णानगरी मथुरा और वृंदावन में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कृष्ण के जन्म के अवसर पर दूर-दूर से भक्त उनके दर्शन करने आते थे। आपको बता दें कि जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में देर रात भीड़ में दबकर दो लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, दम घुटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति में सात लोग घायल हो गए।

वैष्णो देवी

शारदीय नवरात्र पर वैष्णोदेवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। कोरोना के दो साल बाद जम्मू संभाग के धार्मिक पर्यटन और पर्यटन स्थलों पर तीर्थयात्रियों की संख्या के साथ पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। ज्ञात हो कि वैष्णो देवी के प्रति भक्तों के मन में काफी श्रद्धा है। हर साल लाखों देवी भक्त यहां माता वैष्णा के दर्शन के लिए आते हैं।