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छग के पहले विधानसभा क्षेत्र में शिक्षकों की कमी

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Aug 19, 2017

कोरिया : छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला विधानसभा क्षेत्र भरतपुर  शिक्षा के मामले में प्रदेश में सबसे पीछे हैं। दरअसल यहां के स्कूलों में गणित, विज्ञान और अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के लिए शिक्षक ही नहीं हैं। जब स्कूल में शिक्षक ही  नहीं होंगे तो भला शिक्षा की गुणवत्ता कैसे सुधर सकती हैं।

कोरिया जिला के मुख्यालय बैकुंठपुर से लगभग डेढ़ सौ किमी दूर भरतपुर विकासखंड में 82 माध्यमिक शाला संचालित हैं। यहां 82 माध्यमिक शालाओं में गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक मिलाकर 246 शिक्षकों की नियुक्ति होनी चाहिए। लेकिन हैरत वाली बात तो यह हैं कि यहां महज 38 शिक्षकों की भर्ती की गई हैं और इन विषयों के 208 पद रिक्त हैं। ऐसे में सहज ही अनुमान लगाया जा सकता हैं कि यहां के माध्यमिक शाला में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता कैसी होगी?

जब बच्चा माध्यमिक शाला में गणित, अंग्रेजी और विज्ञान पढ़ कर नहीं आएगा, तो नवमीं, दसवीं में इन विषयों को कैसे पढ़ पाएगा। यही वजह हैं कि बीते शिक्षा सत्र में यहां हाईस्कूल का परीक्षा परिणाम मात्र 37 प्रतिशत ही रहा। इस बारे में जब भरतपुर विकासखंड के विकास खंड शिक्षा अधिकारी से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में युक्तियुक्तकरण के तहत शिक्षकों की भर्ती की जाएगी, लेकिन बड़ा सवाल यह हैं कि अधिकारियों द्वारा  यही रटा-रटाया जवाब हमेशा दिया जाता हैं, लेकिन सवाल यह उठता हैं कि शिक्षकों की कमी से उन बच्चों के भविष्य का क्या होगा? जिनके माता-पिता बड़ी उम्मीद से अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं।