Jul 29, 2017
महासमुंद : कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा दान की जमीन पर आलीशान रिसॉर्ट बनाए जानें के मामले में जिला प्रशासन नें विवादास्पद जमीन वापस लेनें की प्रक्रिया शुरू कर दी हैं। सरकारी वकील से सलाह मांगे जानें पर वकील नें रजिस्ट्री शून्य करने सिविल कोर्ट में परिवाद दायर करनें की सलाह दी हैं। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया हैं।
प्रदेश के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की पत्नि के नाम महासमुंद जिले के पुरातात्विक नगरी सिरपुर से लगे ग्राम जलकी में दान की जमीन विवादों में आनें के बाद अब महासमुंद कलेक्टर नें जांच के बाद आयुक्त छत्तीसगढ़ शासन को जांच प्रतिवेदन भेजा हैं। जिसके आधार पर जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया। इस जांच टीम में जल संसाधन, वन और राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल हैं।
जांच के आदेश के बाद जांच टीम नें सरकारी वकील को पत्र लिख कर सलाह मांगा हैं। जिस पर सरकारी वकील नें मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की पत्नि सरिता अग्रवाल और उनके पुत्र के नाम की जमीन की रजिस्ट्री शून्य करनें के लिए सिविल कोर्ट में परिवाद दायर करनें की सलाह दी हैं। हालांकि जिला प्रशासन मामले में खुलकर सामने नहीं आ रहा हैं, लेकिन ये जरूर स्वीकार कर रहे हैं कि मामला हाई प्रोफाइल हैं। जिसके लफड़े में कोई नहीं फंसना चाहता। फिलहाल जिला प्रशासन के अधिकारी रजिस्ट्री शून्य करने का पावर खुद के पास नहीं होने की बात करते हुए जांच प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को भेजने का राग अलाप रहे हैं।