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जगदलपुर शहर के कॉलेज छात्राओं के लिए नहीं है सुरक्षित, जानिए पूरी खबर

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Sep 25, 2018

आशु तिवारी : बस्तर जैसे आदिवासी अंचल में छात्र छात्राओं को अच्छी शिक्षा के जरिए उनके मुकाम तक पहुंचाने के लिए सरकार ने कुछ निजी शिक्षा संस्थानों को कॉलेज चलानें की अनुमति दी हैं लेकिन जगदलपुर शहर में चल रहे ऐसे कॉलेज शासन प्रशासन सहित सरकार को ठेंगा दिखाते हुए नियम कानूनों की धज्जियां तो उडा ही रहे हैं वहीं ये कॉलेज छात्राओं के लिए सुरक्षित नहीं मानें जा रहे हैं। इसके अलावा मोटी रकम वसूलने वाले निजी कालेज भरपेट भोजन नहीं दे रहे हैं ऐसे में छात्राओं को भूखे पेट पढाई करना पड रहा हैं।

मामला जगदलपुर के गीदम रोड पर स्थित सूर्या कॉलेज का जहां गर्ल्स हास्टल में कुछ बाहरी तत्व रात मे प्रवेश कर गए और छात्राओं से छेडखानी करने लगे, इस घटना की शिकायत पुलिस को मिलते ही तत्काल पुलिस ने होस्टल पहुच कर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद छात्राओ ने इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। गुस्साऐं परिजन सूर्या कालेज पहुंचे और जमकर हंगामा मचाया। 

परिजनों को आरोप है कि सूर्या कॉलेज प्रबंधन के द्धवारा झूठी सुविधाएं बताकर कॉलेज में एडमिशन कराया गया हैं परिजनो का गुस्सा इस बात पर ज्यादा हैं कि कॉलेज में सुरक्षा के कोई उपाय नहीं है। इसके साथ ही कालेज का कैम्पस पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं वहां पर कोई भी कभी भी कालेज के हास्टल में प्रवेश कर सकता हैं। सुरक्षा गार्ड की भी तैनाती कालेज प्रबंधन ने नही की है। 

छात्राओं के मुताबिक बाहरी तत्वों का आना कालेज कैम्पस में हर दिन जारी रहता हैं ।कालेज में इस समय डेढ सौ के आसपास छात्राए बी एस सी और नर्सिग का कोर्स कर रही हैं ये छात्राऐं कांकेर, चारामा, भानुप्रतापुर, बीजापुर सहित दंतेवाडा आौर सुकमा इलाके की हैं, परिजन और छात्राओं का आरोप हैं कि हास्टल में रहने के नाम पर फीस वसूली जा रही हैं लेकिन सुविधाऐं कुछ भी नही हैं दो दिनों से छात्राऐं भूखी हैँ उन्हें हास्टल से खाना जो मिलता है खाने योग्य नही रहता। करीब दो घंटे तक कालेज में छात्राओं और परिजनों को हंगामा चलता रहा। इस मामले में जब प्रबंधन और कालेज की प्राचार्य से बातचीत की गयी तो दोनों ने अपनी गल्ती और लापरवाही किए जानें की बात स्वीकारते हुए सात दिन के भीतर व्यवस्था ठीक किए जानें का दावा किया है।