Sep 11, 2017
गरियाबंद : किसानों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी हैं। 18 गांव के किसान अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। सैंकड़ों महिलाएं और पुरुषों ने फिंगेश्वर तहसील ऑफिस के सामने अपने डेरा डाल दिया हैं।
किसानों की 3 सूत्रीय मांगों में सबसे प्रमुख मांग सूखा नदी पर बैराज बनाने की हैं। इसके अलावा सिकासार बांध का पानी उनके खेतों तक पहुंचाने और इस साल आकाल की स्थिति होने के कारण फिंगेश्वर विकासखंड को सूखाग्रस्त घोषित करते हुए किसानों के कर्ज माफी की मांग शामिल हैं।
किसानों ने इसके लिए एक किसान मजदूर संघर्ष समिति का गठन किया हैं। सभी 18 गांव के किसान इसी समिति के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर इससे पहले 6 सितंबर को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर चुके हैं और अब इन्होंने अनिश्चितकालिन भूख हड़ताल शुरू कर दी हैं।
किसानों का कहना हैं कि पानी की कमी के कारण उन्हें हर साल फसल में नुकसान झेलना पड़ रहा हैं। जिसके चलते उनके लिए परिवार चलाना मुश्किल हो गया हैं। सूखा नदी पर बैराज बनावकर वे इन समस्याओं का स्थाई समाधान चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी या फिर मांगे पूरी करने का आश्वसन नहीं मिलेगा, तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी। हालांकि शासन-प्रशासन का कोई नुमाईंदा अभी तक उनके पास नहीं पहुंचा। जल संसाधन विभाग के फिंगेश्वर एसडीओ से जब हमने इस बारे में बात की, तो उन्होंने सर्वे के बाद ही बैराज बनने या नहीं बनने की बात कही हैं।