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32 हजार परिवारों को 24 घंटे पानी देने की अमृत योजना फेल, डेढ़ साल पहले योजना पर शुरू हुआ था काम

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Dec 7, 2018

आशुतोष तिवारी : शहर में रहने वाले 32 हजार परिवारो को 24 घंटे पानी देने की अमृत योजना फेल होती नजर आ रही है। डेढ़ साल पहले इस योजना पर शुरू हुआ काम अब तक 50 प्रतिशत भी पूरा नही हो पाया है। पानी की सप्लाई के लिए शहर के अलग - अलग जगहों पर रखी गई पाईप इन दिनों लोगो के आवाजाही में बाधा बन रही है। जानकारी के मुताबिक 103 करोड रू. की इस योजना मे से 21 करोड रू. ठेकेदार को अग्रिम भुगतान भी कर दिया गया है लेकिन अब तक न तो पाईप लाईन बिछ पायी है और न ही पानी टंकी बनाने का काम पूरा हो पाया है। लिहाजा शहर के सडको मे बेतरतिब तरीके से पडे यह पाईप आय़े दिन हादसे का सबब बन रही है।

दरअसल इस योजना के तहत शहरवासियो को 24 घंटे शुध्द पेयजल की सुविधा देने के लिए हर घर मे इलेक्ट्रोमैग्नेटिक मीटर लगाने की बात कही गई है जिसमे आपूर्ति के हिसाब से नल का बिल आना है। लेकिन डेढ साल पहले शुरू हुई यह योजना अब तक ठंडे बस्ते है। 21 करोड रू के अग्रिम भुगतान मे ठेकेदार ने मात्र एक पानी टंकी का ही निर्माण किया है जबकि 5 बडी पानी टंकियो का निर्माण किया जाना है। वही पाईप की खरीददारी तो कर ली गई है लेकिन अब तक पाईप लाईन बिछाने का काम शुरू नही हो सका है। इधर अब निगम के जिम्मेदार अधिकारी ठंडे बस्ते मे गई इस अमृत योजना का कसूरवार पीड्ब्लूडी विभाग को बता रही है। निगम के आयुक्त का कहना है कि योजना को पूरा करने के लिए 2019 तक का समय दिया गया है। उन्होनें कहा कि काम मे बाधा पीडब्लूडी ने डाला है क्योकिं पाईप लाईन बिछाये जाने के चलते सडक की हालत खराब होने को लेकर पीडब्ल्यूडी ने कंपनी के ठेकेदार से साढे पांच करोड रू. मुआवजे के तौर पर मांगा है। जिसे अब तक कंपनी ने नही दिया है।  जिसका असर पाईप लाईन बिछाने मे पड रहा है। 

हालांकि निगम आय़ुक्त समेत महापौर ने भी सालभर के अंदर इस अमृत योजना के कार्य को समपन्न करने का दावा किया है लेकिन डेढ वर्षो से अटके इस कार्य को निगम प्रशासन गंभीरता से लेता दिखाई नही दे रहा है। जिससे शहरवसियों को शुध्द पेयजल के लिए कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।