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रायपुरः डीकेएस हॉस्पीटल में एंबुलेंस की कमीशनखोरी का मामला

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Mar 27, 2019

सत्या राजपूत- डीकेएस हॉस्पीटल में करोड़ों के घोटाला के बाद अब एंबुलेंश सेवा में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। डीकेएस हॉस्पीटल में कमीशन खोरी और अपनों को फायदा पहुंचान के लिए 16 एंबुलेंस रखा गया है। जिसमें तीन एंबुलेंस गाड़ी मध्यप्रदेश की है, जो धूल खाती पड़ी रहती है। वहीं एंबुलेंस संचालक के निर्देश पर एंबुलेंश ड्राइवर और तत्कालिक कर्मचारियों से 12 घंटे का ड्यूटी लिया जा रहा है।

एंबुलेंस कर्मियों से जबरन 12 घंटे की ड्यूटी ली जा रही

पैरामेडिकल संघ के अध्यक्ष नरेश साहू से मिली जानकारी के अनुसार, शहर के कई मेडिकल कॉलेजों और हॉस्पीटल में एंबुलेंस ही नहीं हैं और डीकेएस में सर्व सुविधा युक्त एंबुलेंश की 16 गाड़ी धूल खाती खड़ी हैं। जिसका कोई औचित्य नहीं है। इन गाड़ियों में कुछ एंबुलेंस मध्यप्रदेश की है जिसकी जांच होने पर भ्रष्टाचार सामने आएगा। इस मामले में डीकेएस हॉस्पीटल के अधीक्षक डॉ कमल किशोर सहारे ने कहा कि हॉस्पीटल में एंबुलेंस सेवा छत्तीसगढ़ मेडिकल कॉर्पोशन से टेंडर हुआ है। फिलहाल सचिन आनंद मैनेजर द्वारा संचालन किया जा रहा है। हॉस्पीटल में इतने ज्यादा एंबुलेंस की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां औसतन दिन में लगभग 10 केस रेफर किया जाता है, जिसमें 108 और संजीवनी एक्सप्रेस का सहारा लिया जाता है। डॉ सहारे के मुताबिक एंबुलेंस कर्मियों का भी शोषण किया जा रहा है, जिसकी शिकायत उन्हें मिली थी। इसको गंभीरता से लेते हुए संचालक को नोटिस भेजा गया था। वहीं एंबुलेंस कर्मचारी ड्राइवर ने बताया कि उनसे जबरन 12 घंटे की ड्यूटी ली जा रही है। इसकी शिकायत हॉस्पीटल अधीक्षक से भी की गई है। मगर शिकायत करने पर जिम्मेदार व्यक्ति शिकायतकर्ता को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं।