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पहली बार बस्तर में मिला अमेरिका का खतरनाक कीड़ा 'फॉल आर्मी वर्म'

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Jan 31, 2019

आशुतोष तिवारी : कृषि विज्ञान केंद्र बस्तर के कृषि वैज्ञानिक परेशान हैं, क्योंकि बस्तर के कुछ इलाकों में उन्हें खतरनाक कीड़ा 'फॉल आर्मी वर्म' मिला है। मूल रूप से अमेरिकी इलाकों में पाया जाने वाला यह कीड़ा पहली बार बस्तर में देखा गया है, हालांकि इससे पहले कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ इलाकों में इस कीड़े को देखा गया था। यह कीड़ा मुख्य रूप से मक्के की फसलों पर आक्रमण करता है लेकिन दूसरे देशों में इस कीड़े ने 180 से अधिक फसलों को नुकसान पहुंचाया था।  यह कीड़ा कितना खतरनाक है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इस कीड़े के प्रकोप से परेशान श्रीलंका ने अपने देश मे मक्के की फसल के उत्पादन और इम्पोर्ट पर रोक लगा दी है। अक्सर रात में ही सक्रिय होने वाले इस कीट को फिलहाल जगदलपुर जिले के बस्तर और बकावंड ब्लॉक में मक्के की फसल पर देखा गया है। 

'फॉल आर्मी वर्म' फसलों के बीच 4 अवस्था मे पाया जाता है, अंडे से कीड़ा पहले लार्वे में तब्दील होता है जिसे हम सामान्य भाषा मे इल्ली भी कहते हैं इसी अवस्था मे यह कीड़ा फसलों को नुकसान पहुंचाता है। अब तक हुई रिसर्च की मानें तो लार्वे के रूप में यह कीड़ा फसल के हर हिस्से को खाकर बर्बाद करता है। जिसके बाद यह प्यूपा में तब्दील हो जाता है, यह कीड़े का रेस्टिंग स्टेज है, जिसे हम सामान्य तौर पर कोसा कहते हैं। जिसके बाद यह कोख से बाहर निकल मॉथ में तब्दील हो जाता है जिसे तितली भी कहते हैं। इसी दौर में यह कीड़ा एक इलाके से दूसरे इलाके में जाता है। रिसर्च की मानें तो इसी तरह यह कीड़ा उड़ते हुए 2000 किलोमीटर की दूरी तय कर अमेरिकी इलाकों से भारत तक पहुंचा है। फिलहाल यह कीड़ा भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु और बस्तर के कुछ इलाकों में पाया गया है। लेकिन श्रीलंका में इस कीड़े का प्रकोप चरम पर है, जहां इसने मक्के की फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। यही वजह है कि श्रीलंका ने अपने देश मे श्रीलंका की फसल पर रोक लगा दी है। 

बस्तर में यह कीड़ा अभी मक्के की फसलों में पाया गया है, लेकिन इस कीड़े की पूर्ण रोकथाम के लिए फिलहाल कोई कारगर उपाय मौजूद नही हैं। कृषि वैज्ञानिक कुछ दवाइयों और ट्रैप जैसे उपायों को उपयोग में लाने की सलाह किसानों को दे रहे हैं। हालांकि अभी बस्तर में यह कीड़ा सिर्फ शुरुआती तौर पर नजर आया है और वैज्ञानिक अब इसके वृहद असर पर शोध कर रहे हैं।