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कबीर पंथ के धर्म गुरु प्रकाशमुनि नाम साहब से अमित शाह ने की मुलाकात

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Sep 6, 2018

अमित शाह - दामखेड़ा गुरु गद्दी के प्रमुख प्रकाश मुनि नाम साहब का जन्म सन 1967 में हुआ था वे 1990 में गद्दीनशीन हुए व वर्तमान में दामाखेड़ा के पंद्रहवें वंशगद्दी आचार्य हैं छत्तीसगढ़ के पिछड़ा वर्ग समाज के 52 फीसदी आबादी में दामाखेड़ा गुरु गद्दी के प्रमुख गुरु प्रकाशमुनि नाम साहब का सीधा प्रभाव है दरअसल छत्तीसगढ़ में कबीरपंथ ने सर्वाधिक प्रभाव निचली या पिछड़ी जातियों पर ही डाला है इसलिए कबीरपंथ के अनुयायी वही ज्यादा बने। जैसे कि सिदार, ढीमर, तेली, अहीर, लोधी, कुम्हार, रावत, पटवा, साहू, वैश्य, कुर्मी, कोष्टा और मानिकपुरी जिसे पनका या पनिका भी कहा जाता है।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रकाशमुनि नाम साहब से शुरुआती जीवन से ही आशीर्वाद प्राप्त करते रहे हैं कवर्धा जो कि मुख्यमंत्री का गृह जिला है वहां कबीर पंथ का सर्वाधिक प्रभाव रहा है यही वजह है कि कुछ साल पहले ही कवर्धा का नया नाम रमन सरकार ने कबीरधाम किया था वहीं हर साल मुख्यमंत्री दामखेड़ा में होने वाले मेला में जाकर गुरु गद्दी का दर्शन और प्रकाशमुनि नाम साहब का आशीर्वाद लेते हैं चर्चा यह भी बीच में खुब हुई थी कि भाजपा की ओर से प्रकाशमुनि नाम साहब को राजनीति में लाने का प्रयास किया जा रहा है।

यहां तक कि भाजपा की ओर से उन्हें राज्यसभा में भेजे जाने का प्रस्ताव भी दिया गया था लेकिन प्रकाशमुनि नाम साहब ने साफ तौर पर इंकार कर दिया था फिलहाल चुनावी साल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का प्रकाशमुनि साहब से मिलने और सरकार की जीत के लिए आशीर्वाद लेने को लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत भी गरमाने के आसार हैं इधर अमित शाह से मुलाकात के बाद प्रकाश मुनि ने कहा कि बीजेप के संपर्क फॉर समर्थन अभियान के तहत अमित शाह मिलने पहुंचे थे उन्होंने समर्थन मांगा है हम कबीरपंथी हैं, जनता अपने विवेक से वोट करें देश की जनता जागरूक है।