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जगदलपुरः भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा शहर के कोर्ट चौक में फूंका गया मंत्री का पुतला

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Mar 15, 2019

आशुतोष तिवारी- प्रदेश के राजस्व व आपदा मंत्री जय सिंह अग्रवाल द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेण्डी के उपनाम को लेकर किये गये टिप्पणी के बाद उलझा मामला सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार शाम जगदलपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा शहर के कोर्ट चौक में मंत्री का पुतला फूंकने के बाद पुलिस ने इसे आचार संहिता का उल्लघंन मानते हुए, 15 भाजपा कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इन पर धारा 146, 147, 150 व 250 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर  कार्यवाही की जा रही है। कल सुबह से ही भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जुट गई थी। पुलिस ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि जबकि अन्य लोग फरार चल रहे हैं। लेकिन इस गिरफ्तारी का विरोध जताते हुए भाजपा के पदाधिकारियों ने बोधघाट थाने पंहुचकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धारा 150 हटाने की मांग की।

भाजपा का आरोप कि पुलिस दबाव में आकर कर रही गिरफ्तारी

भाजपा के पदाधिकारियों ने कहा कि पुलिस कांग्रेस सरकार की दबाव में आकर भाजपा कार्यकर्ताओं पर जबरन 150 लगाकर उन्हें जेल में डालना चाह रही है। जबकि पुतला दहन के दौरान मौके पर सिर्फ भाजपा के लोग ही मौजुद थे और कार्यकर्ताओं ने किसी भी अन्य लोगों को इस प्रर्दशन में शामिल नहीं किया, पुलिस लोकतांत्रिक तरीके से कर रहे आंदोलन का हनन करते हुए, दबावपूर्वक गलत तरीके से कल भाजपा के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की गिरफ्तारी की है। भाजपा के पदाधिकारियों ने कहा कि घर में जबरन घुसकर जिस तरह से पुलिस ने ज्यादती रवैये से भाजपाईयों की गिरफ्तारी की है, उसकी भाजपा घोर निंदा करती है और धारा 150 हटाने की मांग पुलिस से की है।

इधर पुलिस ने इसे सही कार्रवाई बताया है। बस्तर के एएसपी संजय महादेवा का कहना है कि पुलिस ने आचार संहिता उल्लघंन के तहत अपनी कार्रवाई की है और मामले में संलिप्त कार्यकर्ताओं को शांतिपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया है। एएसपी ने बताया कि अब तक 9 भाजपाईयों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जिन्हें कोर्ट भेज दिया गया है। वहीं फरार अन्य कार्यकर्ताओं की भी तलाश पुलिस कर रही है। जिन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा। वहीं धारा 150 हटाने की भाजपा की मांग पर उन्होने कहा कि इस धारा पर अभी जांच जारी है और जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।