Jul 20, 2018
विनोद दुबे : संविलयन और समायोजन की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य बाल श्रमिक कर्मचारी संघ का धरना प्रदर्शन लगातार 34 वें दिन भी जारी है ईदगाह भाठा मैदान में बैठे कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं प्रदेश के 15 जिलों में बाल श्रमिक विद्यालय का संचालन किया जाता था 2014 में सभी विद्यालयों को सरकार ने बंद कर दिया था और उन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को दूसरे स्कूलों में भर्ती करा दिया गया था।
कर्मचारियों के मुताबिक उन विद्यालयों में काम करने वालों को पंचायत आदिम जाति कल्याण सहित कई विभागों में समायोजित करने का सरकार द्वारा वादा किया गया था लेकिन 4 साल बीतने के बाद भी सरकार उन लोगों की सुध नहीं ले रही हैं जिसकी वजह से ये लोग बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं।
उनका कहना है कि बाल श्रमिक बच्चों का भविष्य संवारने का कार्य वे करते थे लेकिन अब उनके बच्चों का भविष्य ही अंधेरे में डूब गया है उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इनकी मांगे सरकार नहीं मानती तो ये उग्र आंदोलन करेंगे।