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जगदलपुरः 90 फिट की उंचाई से गिरता चित्रकोट जलप्रपात बना लोगों के आकर्षण का केन्द्र

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Jul 12, 2019

आशुतोष तिवारी- बस्तर में इन दिनों हो रहे झमाझम बाऱिश के चलते जहां एक ओर आम जनजीवन प्रभावित है, वहीं दूसरी ओर एशिया में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर बस्तर का चित्रकोट जलप्रपात का नजारा इन दिनों देखते ही बन रहा है। 90 फिट की उंचाई से गिरता यह जलप्रपात लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। बारिश की वजह से जलप्रपात पूरे उफान पर है। प्रकृति के सौंदर्य से परिपूर्ण इस जलप्रपात को देखने सैकड़ों की संख्या में पर्यटक यहाँ पहुंच रहे हैं। दरअसल मानसून के मौसम में चित्रकोट जलप्रपात में लबालब पानी भरे होने की वजह से 90 फिट की उंचाई से गिरता यह सौंदर्य नजारा देखते ही बनता है। अगले अगस्त माह तक चित्रकोट का यह नजारा ऐसे ही बने रहता है। यही वजह है कि इस मनोरम दृश्य को देखने बड़ी संख्या में लोग दूरदराज से यहाँ पहुंच रहे हैं। बावजूद इसके इस जलप्रपात के आसपास प्रशासन ने सुरक्षा के कोई इंतजामात नहीं किये हैं।

सुरक्षा व्यवस्था की कमी से घटती है दुर्घटना

बस्तर के पर्यटन स्थल हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं। हर साल देश विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं। बारिश के दिनों में चित्रकोट जलप्रपात हमेशा से ही पर्यटकों की पहली पसंद रहती है। लगभग 90 फीट ऊंचाई से गिरता पानी जहाँ एक ओर मनोरम दृश्य बिखेरता है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन द्वारा इस जलप्रपात के इर्द-गिर्द किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं किये जाने से हर वक्त यहाँ दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बीते वर्ष भी इस जलप्रपात में सुरक्षा के अभाव से एक दंपत्ति प्रपात के नीचे जा गिरा था, हांलाकि नाव चालकों ने उनकी जान बचा ली। ऐसे कई हादसे हैं जिसमें सैलानियों ने तेज बहाव की वजह से अपनी जान गंवा दी।

अब तक प्रशासन ने इन स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किये

बस्तर के पर्यटन स्थल अपने मनोरम सौंदर्य के चलते विश्व प्रसिद्ध हैं। पर्यटक बस्तर के विंहगम दृश्यों के चलते खुद ही बस्तर की ओर खींचे चले आते हैं। यही वजह है कि हर वर्ष हजारों की संख्या में पर्यटक इन जलप्रपातों को देखने बस्तर पहुंचते हैं। पर्यटकों से हर वर्ष लाखों की कमाई होने के बावजूद अब तक प्रशासन ने इन स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किये हैं। इस जलप्रपात पर न ही चेतावनी बोर्ड लगाये गये हैं और न ही इन प्रपातों में तैराकों का ऐसा कोई दल तैनात है जो आपात स्थिति में बचाव कार्य कर सके।

अधिकारी ने माना कि किसी मौके पर कोई रेस्क्यू टीम मौजूद नहीं

इधर चित्रकोट जलप्रपात में सुरक्षा को लेकर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि बरसात के दिनों में बढ़ते पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पुलिस के जवानों को तैनात रहने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही एक समिति का गठन भी किया गया है जो यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को गाईड करे। मौके का मुआयना करने पर किसी के भी तैनाती न होने के सवाल पर पुलिस अधिकारी गोलमोल जवाब देते दिखे। वहीं अधिकारी ने माना कि किसी अप्रिय घटना के दौरान मौके पर कोई रेस्क्यू टीम मौजूद नहीं है, जिसकी तैनाती के लिए जल्द ही पत्र लिखकर मांग की जायेगी।

जहाँ बस्तर के पर्यटन स्थलों से हर वर्ष पर्यटन विभाग को लाखों की कमाई होती है। वहीँ अब तक पर्यटन विभाग ने बस्तर में पर्यटकों की सहूलियत या पर्यटन स्थलों के विकास के लिये कोई ठोस पहल नहीं की है। जिससे बस्तर में इन पर्यटन स्थलों का व्यवस्थित विकास अब तक नहीं हो पाया है।