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गांव-गांव में सजी झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानें, ग्रामीणों के जीवन से कर रहे खिलवाड़

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Jul 12, 2019

रामनरेश श्रीवास्तव : सरकारी स्वास्थ्य अमले की लापरवाही के चलते सरकारी अस्पतालों की हालत बदतर हो रही है, तो वहीं गांव गांव में सजी झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानों में ग्रामीण लूटने को विवश हैं। चित्रकूट और बरौंधा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर व स्टाफ न होने से ग्रामीण सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं तो वही तराई के इन गांवों में दुकान सजाकर बैठे झोलाछाप और फर्जी डॉक्टर भोले-भाले ग्रामीणों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।

झोलाछाप डॉक्टरों के हौसले बुलंद 
स्वास्थ्य अमले की सह पर इन झोलाछाप डॉक्टरों के इतने हौसले बुलंद हैं कि बिना डिग्री डिप्लोमा के ही बकायदा इनकी दुकानों में बीएएमएस डिग्रीहोल्डर डॉक्टर के बाकायदा बोर्ड लगे हैं, न तो इनके पास किसी भी तरह की जांच सुविधाएं हैं और न ही इन्हें यह जानकारी है कि आखिर रोगी को कौन सी बीमारी है। फिर भी ये अंदाज लगाकर बड़े से बड़े मर्ज का इलाज कर रहे है, वो बात अलग है कि मरीज मरे या बचे ?

सरकारी डॉक्टर का मोनो लगाए बेखौफ घूम रहे फर्जी डॉक्टर
बता दें कि बीएमओ की मर्जी से चित्रकूट में गुप्त गोदावरी का एक झोलाछाप डॉक्टर संतोष कुमार रवि सारी सीमाएं पार कर रहा है। झोलाछाप डॉक्टर रवि बकायदा अपनी बाइक में स्वास्थ्य विभाग लिखाकर सरकारी डॉक्टर का मोनो लगाए बेखौफ घूम रहा है। चिंताजनक बात ये है कि इस क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टर कोरेक्स और नशे की गोलियां बेचकर युवा पीढ़ी को गर्त में धकेल रहे हैं और बीएमओ व सीएमओ को मोटी रकम पहुंचाते हैं। इसी के चलते इनके खिलाफ अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं करते और सरकारी अस्पतालों तक पहुंचने से पहले ही ये दुकानदार गरीब मरीजों की जेबें काट रहे हैं। इन झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही से मजबूर ग्रामीण मरीज आए दिनों असमय काल के गाल में समा जाते हैं।