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रसूखदारों के चलते कोयले का काला कारोबार चरम पर

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Feb 4, 2018

पेंड्रा। कोटमी चौकी के पर्थरा गांव में स्थित वैध अम्बर कोल डिपो में कोयला का काला कारोबार चरम पर चल रहा हैं तो वहीं दूसरी ओर जहां जिला प्रशासन लगातार कोयले का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ लगातार कार्यवाही कर रही है वहीं स्थानीय प्रशासन इस कोल डिपो के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने में नाकाम दिखाई दे रहा हैं। आपको बता दें कि पूरा मामला कोटमी मरवाही मुख्य मार्ग दो सौ मीटर अंदर संचालित पथर्रा गांव में स्थित अम्बर कोल डिपो का हैं। जहां बीते सालों से कोल डिपो स्थापित कर कोयले का काला कारोबार धड़ल्ले से जारी है यहां पर दिन में तो बहुत ही साफ सुथरी तरीके से कोयले का कारोबार किया जाता है। पर देर रात होतें ही कोयले की काले कारोबार की तस्वीर भी बदल जाती है। कोल डिपों में कोयले का अवैध कारोबार जमकर रात में चलता है। यहां पर मध्यप्रदेश के आमाडांड, कोतमा, राजनगर, और छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कोयला खदानों से निकलने वाले कोयले से भरे ट्रकों को रात में डिपो में खाली कराया जाता है और उच्च क्वालिटी के स्टीम कोयले की जगह उसमें डिपो में रखे मिलायटी कोयलों और गुणवत्ताहीन कोयले को लोडकर दूसरे को सप्लाई की जाती है। साथ ही इस कोल डिपो में रात को परिवहन होने वाले चोरी का कोयला भी खपाया जाता है जिसे कोल डिपो के द्वारा बिल बना कर पासिंग करा दिया जाता है। वहीं जब इसकी जानकारी ली गई तो कोयले के काले कारोबार के मामले में स्थानीय ग्रामीणों ने कोल माफिया के डर से कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। पर जब उनकी पहचान गोपनीय रखने की बात कही गयी तो पहचान उजाकर न करने के शर्त पर अम्बर कोल डिपों में चल रहें अवैध कारोबार की हकीकत बताई है। वहीं स्थानीय निवासियों का कहना है कि अम्बरकोल डिपों में रात होते ही ट्रेलर और हाइवा की आवाजाही बढ़ जाती है। कोल डिपो में कोयले मिक्सिंग का खेल चलने लगता है और यहां पर वैध कोल डिपों में कोयले का अवैध कारोबार जोरो से चलने लगता है। और सुबह होते ही सब कुछ सामान्य ढंग से चलने का दिखावा किया जाता है। वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि कोल डिपों के कारण आसपास किसानों की फसल भी बर्बाद हो जाती हैं। डिपो से उडने वाला डस्ट गांव के किसानों के खेतों में पड़ता है जिससे मौसमी फसल बर्बाद हो रही है। पर कोल डिपों संचालक के रसूख के चलते स्थानीय प्रशासन यहां कार्यवाही करने से परहेज करता है। वहीं जब हमने पर्थरा गांव में संचालित अम्बर कोल डिपों में रात में होने वाले अवैध कारोबार के सम्बध के बारे में पेंड्रा के पुलिस अधिकारी से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होने भी वही हमेशा की तरह रटा रटाया जवाब देते हुये शिकायत आने के बाद कार्यवाही करने की बात कही। बहरहाल एक ओर जहां जिले में पदस्थ नव पदस्थ आईजी और एस पी अवैध कारोबार करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किये जाने की बात को प्रमुखता से बतलाते है तो वही दूसरी ओर यहां के स्थानीय अधिकारियों को इस प्रकार से अवैध कारोबार करने वाले रसूखदारों के खिलाफ शिकायत का इंतजार है।