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कवर्धाः बम्हनी में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बने तीन साल में 100 से अधिक आवास गुणवत्ताहीन

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Dec 18, 2019

प्रदीप गुप्ता - कवर्धा जिले के सुदूर वनांचल ग्राम पंचायत बम्हनी में प्रधानमंत्री आवास अंतर्गत लगभग तीन साल में 100 से अधिक आवास बनाये गए हैं लेकिन निर्माण के तीन साल के भीतर ही ज्यादातर आवास रहने लायक नहीं रहा। कइ्र मकान में जहां खिडकियां नहीं हैं, वहीं कई में फ्लोरिंग ही नहीं हुआ है। बरसात के चार माह तो इन आवास में कोई रह भी नहीं पाया। गुणवत्ताहीन निर्माण के कारण बारिस के दिनों में मकान से लगातार पानी टपकता रहा। बैगा आदिवासी बाहुल क्षेत्र होने तथा जिला मुख्यालय से दूर होने के कारण मामले की शिकायत भी नहीं होती। अगर शिकायत की भी जाती है तो कार्यवाई नहीं होती। इस मामले में जहां बैगा आदिवासी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं, वहीं सरपंच द्वारा अपने द्वारा बनाये गए आवास को सबसे बढ़िया व गुणवत्तायुक्त बताया जा रहा है।

ग्रामीण इन आवास को छोड़ कर झोपडी के मकान में रहना उचित समझ रहे

जिले के बोडला ब्लाक अंतर्गत बैगा आदिवासी क्षेत्र पंचायत बम्हनी में चार आश्रित गांव है, जहां के गांव बैगाटोला सहित पूरे पंचायत में 100 से ज्यादा प्रधानमंत्री आवास चार साल के भीतर बनाये गए हैं। इन आवास के निर्माण में 1 लाख 30 हजार रूपये प्रति आवास खर्च किया गया है। बैगा आदिवासी झोपड़ी व कच्चे मकानों में निवास करते हैं। आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने के कारण ग्रामीण अपना आवास पक्का नहीं बनवा पा रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री आवास से अच्छे व पक्का मकान में रहने की उम्मीद लगाए हुए थे लेकिन बैगाओं की उम्मीदों पर पानी फिर चुका है। पंचायत में बने ज्यादातर मकान जर्जर व गुणवत्ताहीन हैं। इस्टीमेट के अनुसार नहीं बने होने के कारण बरसात के चार माह छत से लगातार पानी टपकता रहा। वहीं फ्लोर भी ठीक से नहीं बनाया गया है। गुणवत्ताहीन निर्माण के कारण मकान कभी भी ढहने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में ज्यादातर ग्रामीण इन आवास को छोड़ कर झोपडी के मकान में रहना उचित समझ रहे हैं। वहीं कई अपने रिश्तेदार के यहां रह रहे हैं। इस मामले में जहां गांव के पंच गण भी खिलाफ नजर आ रहे हैं, वहीं ग्रामीण भी। जबकि पंचायत की कमान संभाले सरपंच अपने द्वारा बनावाये गए पीएम आवास को बेहतर व गुणवत्तायुक्त बता रहे हैं।