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ग्रामीण अंचलों को शहर से जोड़ने की कवायद में गुणवत्ताविहीन सड़क का हो रहा निर्माण

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Jun 12, 2018

राजिम विधानसभा के ग्रामीण अंचलों को शहर से जोड़ने की कवायद प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पक्की सड़क निर्माण कर किया जा रहा है, सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य का आरोप लगा रहे है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जिला गरियाबंद विकासखंड फिंगेश्वर के ग्रामीण अंचलो में पुनः पक्की सड़क के ऊपर डामरीकरण कर पक्की सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा ताकि सड़क का मरमत के साथ ग्रामीण इलाकों से आने जाने वाले राहगिरो को सफर करने में आसानी हो लेकिन ग्राम कुंडेल से ग्राम पुरेना मोड़ तक करीब 10 किलो मीटर लाखो की लागत से पक्की सड़क निर्माण का कार्य किया गया है, जिसमे भारी गड़बड़झाला का मामला उजागर हुआ है।

निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार मनमानी कर अपने मन मुताबिक सड़क का निर्माण कर रहा है कही ज्यादा सामाग्री डाल दे रहे है तो कही कम ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण किया जा रहा है वह बेहद ही पतला डामरीकरण किया गया, क्यो की कुंडल धान संग्रहण केंद्र से भारी वाहनों का आना जाना 24 सो घंटे इस मार्ग में जारी रहता है पतला डामरीकरण किये जाने से यह सड़क साल भर में उखड़ जाने की आंशका जाहिर की है , ग्रामीणों की शिकायत पर स्वराज संवाददाता जितेंद्र सिन्हा मौके पर पहुचे तोठेकेदार के सुवर वाईजर रमेश शर्मा ने बताया कि ठेकेदार गुलाब चंद जैन द्वारा सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है।

 प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन रहे सड़क में सिर्फ 25 एम एम डामरीकरण करने का स्टूमिट में है इससे ज्यादा या कम नही डाल सकते मौके पर मौजूद हमारे संवाददाता ने सुपर वाईजर के कहने पर जांच की तो देखा कि 25 एमएम सामाग्री डाला तो गया था जिसे देख ग्रामीण बेहद ही आक्रोश हो कर कहे कि सड़क निर्माण में भारी लापरवाही बरती जा रही है पतला होने से यह रोड़ साल भर तक नही टिकपाएगी , इस पर मामले पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारी प्रदीप वर्मा से बात करने पर कहा कि समय समय पर मॉनेटरिंग किया जाता है गुणवत्ता के लिए सड़क निर्माण में डाले जा रहे डामर की गुणवत्ता की जांच की जाती है । बहरहाल देखना होगा कि सड़क की गुणवत्ता कब तक बरकरार रहती है या साल भर में ही निर्माण कार्य मे हुए गड़बड़ की  पोल खुल जाती है।