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दुर्गः मंडल चुनाव को लेकर भाजपा में अंदरूनी विवाद का सिलसिला जारी

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Nov 6, 2019

चंद्रकांत देवांगन - जिले में मंडल चुनाव को लेकर भाजपा में अंदरूनी विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। दुर्ग जिला भाजपा कार्यालय में सांसद विजय बघेल के नेतृत्व में बैठक आयोजित की गई, जिसमें दुर्ग जिले के सभी मंडलों के सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे। वहीं इस बैठक में जिलाध्यक्ष उषा टावरी, युवामोर्चा अध्यक्ष दिनेश देवांगन, महापौर चंद्रिका चंद्राकर समेत राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडे समर्थक बैठक से नदारद थे।

बीते दिनों दुर्ग लोकसभा सांसद ने मंडल के कई चुनाव को फर्जी बताकर जिले स्तर की राष्ट्रीय नेतृत्व के दबाव में एक बंगले से संचालित करने का आरोप लगाया था। इस बात की शिकायत उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं से भी की और चुनाव दोबारा कराने की मांग करने का निवेदन किया।

मंडल चुनाव में बरती गई अनियमितताओं को लेकर रखी गई थी बैठक

कल की बैठक के बारे में सांसद का कहना था कि मंडल चुनाव में जो अनियमितता आई है उनको लेकर ये बैठक रखी गयी थी। 5 मंडलों से शिकायत प्राप्त हुई है, जिसमें धमधा, जेवरा, सिकोला, लिटिया बोरी और अहिवारा शामिल है। हम शीर्ष नेतृत्व से मांग करेंगे कि जिन मंडलों में शिकायत या अनियमितता की बात आई है, वहाँ पारदर्शी तरीके से दोबारा चुनाव हो। भाजपा कार्यालय में बैठक चल रही हो और जिलाअध्यक्ष, युवामोर्चा अध्यक्ष समेत सरोज समर्थक का नदारद रहना, पार्टी के भीतर की अंदरूनी कलह को जाहिर करता है। वहीं फोन पर सम्पर्क करने पर उन्होंने बैठक की किसी प्रकार की जानकारी तक होने से इंकार कर दिया। वहीं राष्ट्रीय महामंत्री समर्थक जो बैठक में नहीं पहुंचे थे, उन्होंने तो बैठक को अनाधिकृत तक करार दे दिया।

बैठक का उद्देश्य कार्यकर्ताओं की बात सुनना और चुनाव में पारदर्शिता बरतना

जब इस संबंध में सांसद विजय बघेल से बैठक के अनाधिकृत होने के बारे में सवाल किया गया तो उनका कहना था कि कार्यालय में बैठक रखी गयी है, कहीं बाहर नहीं। भाजपा के कई पदाधिकारी भी उपस्थित हैं। ऐसे में बैठक के अनाधिकृत होने का प्रश्न ही नहीं उठता। कार्यालय पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं का मंदिर है और वो अपनी बात यहाँ नहीं रखेगें तो कहां रखेगें। इस बैठक का एकमात्र उद्देश्य कार्यकर्ताओं की बात सुनना और चुनाव में पारदर्शिता बरतना था। सत्ता जाने के बाद खेमे में बंटी भाजपा में आपसी बयानबाज़ी का दौर जारी हो गया। भिलाई जिलाध्यक्ष ने सांसद विजय बघेल पर टिप्पणी करते हुए उनके द्वारा जताये गए विरोध को अनुशासनहीन करार दे दिया, तो वहीं सांसद ने कहा कि मुझे अपनी मर्यादा पता है और मैंने पार्टी फोरम में पार्टी हित व कार्यकर्ताओं की पीड़ा को देखते हुए यह बात उठाई है। शीर्ष नेतृत्व पर मुझे भरोसा है कि वो कार्यकर्ताओं के साथ न्याय करेंगे।