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नेपानगरः शासकीय शराब की दुकान पर दो पक्षों में विवाद, आचार संहिता का जमकर हुआ उल्लंघन

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May 13, 2019

मनीष जायसवाल- घटना है नेपानगर की, जहां देर रात शासकीय शराब की दुकान पर दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस को भीड़ कम करने के लिए बल प्रयोग करना पडा। नेपानगर पुलिस ने समय रहते स्थिति पर काबू पाया। जिसके बाद दोनों पक्ष शिकायत लेकर नेपानगर थाने पहुंचे। घंटों चली बहस और नगर के वरिष्ठ नागरिकों की मध्यस्थता के बाद दोनों ही पक्ष आपसी समझौते पर राजी हो गए। विवाद और आपसी समझौते के बीच देर रात नगर में आचार संहिता का जमकर उल्लंघन किया गया। आगामी चुनाव से पूर्व नगर में हुए विवाद और नेपानगर पुलिस द्वारा किसी भी पक्ष पर बिना कार्यवाही किए मामले को ठंडे बसते में डालना, एक बडी लापरवाही बनकर सामने आ सकता है। देर रात हुए विवाद और पुलिस द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध नहीं करना, कहीं न कहीं पुलिस विभाग की लापरवाही को उजागर कर रहा है।

पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्ष एक दूसरे पर बरसाते रहे लाठियां

प्राप्त जानकारी के अनुसार, नेपानगर की शासकीय शराब की दुकान पर देर रात करीब 11:30 पर दो पक्षों में विवाद हो गया। धीरे-धीरे विवाद हाथापाई तक जा पहुंचा। विवाद में दोनों पक्षों के दर्जनों लोगों ने एक दूसरे पर जमकर वार किए। सूचना मिलने पर नेपानगर पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंची, लेकिन दोनों ही पक्षों को पुलिस की मौजूदगी से कोई फर्क नहीं पडा। पुलिस के पहुंचने के बाद भी दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर लाठियों से वार किए। स्थिति बिगड़ती देख नेपानगर पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियां भाजनी शुरु कर दी। इस बीच कुछ लोग नेपानगर थाना प्रभारी से भी उलझ गए। लगभग 1 घंटे से भी अधिक समय तक चले विवाद और शिकायत के बाद दोनों पक्षों ने आपस में समझौता कर लिया।

क्षेत्र में आचार संहिता लागू होने के बाद भी देर रात तक शराब की दुकान का खुले रहे

आगामी चुनाव के मद्देनजर पुलिस प्रशासन क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री और आसामाजिक तत्वों पर पूरी तरह अंकुश लगाने की बात कर रहा है, तो नेपानगर में रात के 11:30 तक शराब की दुकान और आहते कैसे खुले रहे जिससे विवाद हुआ। क्षेत्र में आचार संहिता लागू होने के बाद हुए इतने बड़े विवाद में जिसमें पुलिस को लाठियां तक भाजनी पड़ी। पुलिस द्वारा स्वयं संज्ञान लेकर कार्यवाही क्यों नहीं की गई। यह सब सोचने के विषय हैं। क्या ऐसी स्थिति में नगर में निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराए जा सकेंगे।