Loading...
अभी-अभी:

पिछले 10 दिनों में डेंगू के आतंक से 14 मौतों, ऐसा है डेंगू से मौतों का आंकड़ा 

image

Aug 13, 2018

चंद्रकांत देवांगन - डेंगू के डंक ने एक के बाद लोगो को जिस कदर अपना शिकार बनाया उनमे अधिकतर मासूम ही थे हम आपको बताते है कि इस वक्त जिले में 283 से ज्यादा पाजिटिव मरीज पाए गए है वही 500 से अधिक संभावित है मरीज तो जिनका इलाज जिले के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है दुर्ग जिले के भिलाई नगर निगम के बाद डेंगू ने अब दुर्ग और चरोदा नगर निगम में भी अपने पैर पसार लिए है दुर्ग में डेंगू के 4 तो भिलाई 3 चरोदा निगम में 11 मरीजो की पुष्टि हो चुकी है इन आकड़ो को देख कर आप भी शहर में कदम रखने के पहले डेंगू के डंक का दहशत आपको भी सता सकता है हम आपको कुछ नाम बताने जा रहे है जो भिलाई निगम क्षेत्र के निवासी थे जिनको डेंगू के डंक ने मौत की नींद सुला दिया है अब इन मौतों पर शासन प्रशासन ने अपनी नींद से जागकर थोड़ी फुर्ती तो ज़रूर दिखाई है पर अब इन मौतों का जिम्मेदार कौन है।

डेंगू से मौतों का आंकड़ा – तिथिवार

1_साई कुमार साहू, 9 साल खुर्सीपार भिलाई  (31/7/18)

2_रौनक साहू , 9 साल छावनी भिलाई  (4/8/18)

_विजय उर्फ विक्की , 27 साल खुर्सीपार भिलाई  (5/8/18)

4_रवि किशन, 8 साल कैम्प 1 भिलाई  (6/8/18)

5_दीपाली कौर,9 साल,सुपेला (7/8/18)

6_टोमेंद्र सेन ,21 साल,राजीव नगर,खुर्सीपार (8/8/18)

7_प्रियंका ,साढ़े चार साल,खुर्सीपार (8/8/18)

8_दिनेश दलाई, 7 साल,खुर्सीपार,पहली कक्षा  (9/8/18)

9_मीमांसा साखरे ,13 साल,खुर्सीपार (9/8/18)

10 _ शीला देवी ,25 ,खुर्सीपार,(9/8/18)

11_रूद्र यादव,8 साल,संतोषी पारा (10/8/18)

12 _ मुकेश ,15 साल,कैम्प 1 वार्ड 20 (12/8/18)

13 _ पूजा सोना ,14 साल,सेक्टर 5 ,(12/8/18)

14 _ रजनी सुनानी,27,खुर्सीपार (12/8/18)

प्रशासन नहीं दे रहा कोई ध्यान

डेंगू से हुयी 5 मौतों के बाद शासन प्रशासन जाग कर हरकत में आया जब लोगो द्वारा साफ़ सफाई और पहली मौत के बाद विरोध प्रदर्शन किया गया तब भी प्रशासन के कान में जूं तक नही रेंगी थी जिसके बाद एक बाद एक मौत ने 5 मौत की संख्या पहुंची तो फिर क्या महापौर क्या विधायक, मंत्री और कलेक्टर सबने अपनी कुर्सी से उठकर लोगो की हालत का जायजा लेना शुरू कर दिया महापौर ने शिकायत करते हुए कहा की पूरा निगम का अमला मोबाईल तिहार में व्यस्त था जिसकी यह बड़ी वजह बनी पर महापौर देवेन्द्र यादव यह बताना भूल गए की वे भी विधानसभा चुनाव की दावेदारी और राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुल गाँधी की आवभगत में जुटे थे।

महपौर ने मांगी मुख्यमंत्री से मदद

वही मंत्री प्रेम् प्रकाश पांडे ने जिला प्रशासन की बैठक ली और डेंगू के बढ़ते कहर पर नियंत्रण करने को कहा वही लोगो की राहत के लिए उनके इलाज के लिए मंत्री ने जिले के सभी अस्पतालों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी अस्पतालों में डेंगू का इलाज मुफ्त में किया जाए वही डेंगू पीडितो के इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी खैर मौत के बढ़ते आंकड़े से जागकर महपौर ने मुख्यमंत्री से मदद मांगी जिस पर मुख्यमंत्री ने मुख्यसचिव को आदेश देते हुए जिला प्रस्शासन से रिपोर्ट मांगकर महामारी पर रोकथाम के निर्देश दिए जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर ने भी समस्त निगम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की क्लास जरुर लगाई लेकिन मौत के आकंडे और सभावितो की संख्या बढ़ने से रोकने में नाकाम दिखे।

मुख्य सचिव पहुंचे अस्पताल पीडितों का हाल जानने

मामला जब प्रदेश स्तर पर पहुंचा तो ऐसे में जिम्मेदारी तय होना भी ज़रूरी था ही मुख्य सचिव ने जिला अस्पताल का दौरा करते हुए डेंगू पीडितो का हाल जाना और विभाग की बैठक लेकर इस पर नियंत्रण करने की बात भी कही उनका कहना था कि बारिश के पूर्व निगम और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अभियान भी चलाया गया है अगर विभाग ने काम ही किया होता तो शायद यह आंकड़े नही हॉट न ही किसी की मौत होती खैर जिम्मेदारी तय करने के लिए मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी सुभाष पांडे को दुर्ग से हटाकर रायपुर बुला लिया गया वही उनके स्थान पर रायपुर में जॉइंट डायरेक्टर के रूप में पदस्थ गंभीर सिंह ठाकुर को जिले का नया CMHO नियुक्त किया गया भले ही प्रशासन इस स्थानांतरण को 14 मौतों पर कार्यवाही कह रहा हो पर ये बात कही से भी पचती नही है।

डेंगू ने लिया महामारी का रूप

डेंगू ने महामारी का रूप ले लिया है 14 मौतों के बाद अब इस पर राजनीती करने की बजाये जननिति करने की है सभी पार्टियों के पार्षद महापौर विधायक जनप्रतिनिधि और प्रशासन साथ मिलकर अगर इस महामारी में जनता के लिए खड़े न होकर राजनीती ही करते रहे तो पता नही 283 प्रभावित और 500 से भी अधिक संभावित इस आकडे को हजारो की संख्या में पहुंचा सकते है जो जो एक बड़ी जनहानि के रूप में उभर कर सामने आती दिखेगी।