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रायपुरः सूखे के हालात पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने किया वॉक आउट

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Jul 20, 2019

आशीष तिवारी- विपक्ष का सरकार पर सोये रहने के आरोप पर जवाब देते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि मानसून विलंब से आया। सूखे के हालात पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉक आउट किया। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने अपने वक्तव्य ने कहा कि अकाल की स्थिति नहीं है। मानूसन विलंब से आया। 18 जुलाई की स्थिति में 83।7 फीसदी वर्षा हुई है। आधे छत्तीसगढ़ में 70 फीसदी से कम बारिश हुई है। हाल ही में हुई वर्षा से सुधार की संभावना है। पेयजल की कमी नहीं है। बिजली की सप्लाई कहीं बाधित नहीं है। रविन्द्र चौबे ने कहा कि 28 हजार से अधिक पम्प कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। खाद्य-बीज की कहीं कमी नहीं है। बीज का उठाव इस साल 28 हजार क्विंटल से अधिक हुआ है। उर्वरक उठाव की स्थिति बेहतर है। 4 लाख मीट्रिक टन से अधिक उर्वरक का भडांर है। सरकार किसानों के लिए संवेदनशील है। जिले वार आकस्मिक कार्ययोजना पहले से ही तैयार है।

पूरे प्रदेश में किसानों की हालत गंभीर

मंत्री के वक्तव्य के पहले स्थगन पेश करते हुए बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार सोई हुई है। किसानों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था अब तक नहीं की गई। इस भयावह स्थिति का सामना करने के लिए सरकार वैकल्पिक व्यवस्था करती है। वर्तमान में बांधों में भी दस फीसदी से ज्यादा पानी नहीं बचा है। सरकार की ओर से इस दिशा में कोई जानकारी किसानों को नहीं दी जा रही है। ये महत्वपूर्ण विषय है। भले ही सदन की कार्यवाही एक दिन के लिए बढ़ा दी जाए। नारायण चंदेल ने कहा कि पूरे प्रदेश में किसानों की हालत गंभीर है। सूखे की स्थिति है। सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। अजय चंद्राकर ने कहा कि अकाल को पैदा करने में सरकार भी योगदान दे रही है। मेरे जिले में बिजली नहीं होने की वजह से अकाल की स्थिति खड़ी हो गई है।

बिजली कटौती, अपर्याप्त वर्षा बना सूखे का कारण

मौसम विभाग ने भी कहा है स्थिति भयावह है। डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि ऐसे कृषि मंत्री जो खुद हल चलाते हैं, ट्रेक्टर चलाते है उनकी ओर से कम से कम जवाब आना चाहिए कि सरकार की क्या कार्य योजना है। शिवरतन शर्मा ने कहा कि अब तक 40 फीसदी कम वर्षा हुई है। सोयाबीन सूख रहा है। छत्तीसगढ़ में लगभग साढ़े चार लाख कृषि पम्प है, लेकिन बिजली कटौती इतनी हो रही है कि पम्प भी बेकार हो गए हैं। धरमलाल कौशिक ने कहा कि बारिश नहीं हो रही है। जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में आने वाले दिनों में भयंकर संकट की स्थिति बनने वाली है। ये सरकार के खिलाफ बोलने जैसे बात नहीं है। ऐसे हालातों में किसानों के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। आसंदी ने कहा मंत्री इस विषय मे अपना व्यक्तव्य रखे। इस पर आक्रोशित विपक्ष ने स्थगन पर चर्चा की मांग। सदन में शोरगुल शुरू हो गया, जिस पर सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी गई,