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प्रयागराजः दो हत्याओं से दहला प्रयागराज, दहशतगर्द अपराधियों की खाकी को खुली चुनौती

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Jul 20, 2019

राघवेन्द्र मिश्र- प्रयागराज जनपद में लगातार बढ़ रहे हत्याकांड से जहां अपराधी खाकी को खुली चुनौती दे रहे हैं। वही आम जनता डर और सदमे के माहौल में जीने के लिए मजबूर है। लगातार योगी सरकार बैठकें कर अधिकारियों और पुलिस प्रशासन को सख्त हिदायत देते नजर आते हैं, किंतु उनके आदेश का किसी प्रकार से पालन प्रयागराज जनपद में नजर नहीं आ रहा है।

धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर कालिंदीपुरम पुरानी पुलिस चौकी के ठीक सामने सूबेदार गंज रेलवे कॉलोनी में शुक्रवार की सुबह 7:00 बजे रेलवे कर्मचारी प्रकाश की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मौके पर अधिकारियों के साथ डाग स्क्वायड और फिंगर प्रिंट की टीम भी पहुंच गई। धूमनगंज थाना क्षेत्र के प्रकाश कुमार जो सुबह घर पर बैठकर अखबार पढ़ रहा था और अचानक बाइक सवार अज्ञात बदमाश बाइक से आए और ताबड़तोड़ फायरिंग कर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत जाँच पड़ताल में जुट गई है।

सुबह रेलवे कर्मचारी की हत्या, और दोपहर बैंक मैनेजर की हत्या से पूरे शहर में सनसनी

परिजनों ने किसी से रंजिश न होने की बात कुबूली है। हत्याओं का दौर यहीं पर नहीं रुका, मऊआइमा में इलाहाबाद बैंक के मैनेजर अनिल कुमार अपनी आल्टो गाड़ी से बैंक पहुंचने ही वाले थे कि रास्ते में घात लगाए बैठे अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने उनको भी मौत की नींद सुला दिया। अज्ञात बदमाश कौन थे? कहां से आए थे? बैंक मैनेजर से उनके क्या रंजिश थी इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है। किंतु लगातार गोलीकांड से, लगातार हो रहे प्रयागराज जनपद में हत्याकांड से जहां एक तरफ दहशत का माहौल बना हुआ है।

पुलिस अपराध रोकने में नाकाम, खुलासा की दी रही दुहाई

वहीं पुलिस की कार्यशैली भी शक के घेरे में देखी जा रही है। सुबह तीन बेटियों और एक लड़के के सर से साया तो हत्यारों ने छीन लिया था, वहीं दूसरी तरफ मऊआइमा थाना क्षेत्र के जलालपुर के पास इलाहाबाद बैंक के ब्रांच मैनेजर अनिल कुमार भी गोली का शिकार हो गए। गोली मारकर उन्हें बदमाश फरार हो गए। मौके पर सूचना पाकर पहुंची। पुलिस ने उन्हें आनन-फानन में स्वरूप रानी अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती किया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। आखिर इन हत्याओं के पीछे क्या राज है? दिन प्रति दिन बढ़ती हत्या की वारदातें क्या संकेत दे रही हैं ? पुलिस जहां हत्याएं रोकने तथा अपराध पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है, वही योगी सरकार भी अपराध रोकने में पूरी तरह से असफल दिखाई दे रही है।