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सूरजपुरः पुलिस अभिरक्षा से फरार आरोपी की मौत का मामला गहराया

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Jul 29, 2019

दिलशाद अहमद- पुलिस अभिरक्षा से फरार आरोपी की मौत का मामला अब पूरी तरह राजनैतिक रंग लेता जा रहा है। पिछले 2 दिनों में पूर्व गृहमंत्री मंत्री और वर्तमान खाद्य मंत्री के दौरे के बाद केंद्रीय मंत्री ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए सीबीआई जांच की मांग की। वहीं स्थानीय लोगों के द्वारा राज्य सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर जमकर नारेबाजी की गई। साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों को फांसी की मांग करते हुए सीबीआई जांच की मांग की। 22 जुलाई को अंबिकापुर में खाद्यमंत्री के रिश्तेदार की पुलिस कस्टडी में युवक पंकज की मौत के मामले में केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह मृतक के गांव सलका पहुंची। उनके साथ युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा, भाजपा के प्रदेश मंत्री अनुराग सिंह देव, पूर्व खेल मंत्री भैया लाल राजवाड़े, जिलाध्यक्ष रामकृपाल सहित संख्या में भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे।

केंद्रीय मंत्री ने लगाये राज्य सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप

सलका पहुंचकर केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह के मृतक की पत्नी और परिजनों से मुलाकात की और उनकी आपबीती सुनी। इसके बाद उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि इस पूरे मामले में पुलिस दोषी है। राज्य सरकार निष्क्रिय है, उन्हें शंका है कि इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस जांच को प्रभावित कर सकती है, इसलिए वे इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कर रही हैं साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे इस पूरे मामले मेंप्रदेश के मुख्यमंत्री,गृहमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित साह से चर्चा की है। युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री अनुराग सिंह देव ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए पुलिस पर मामले की लीपापोती का आरोप लगाया।

परिजन भी आरोपी पुलिसकर्मियों को फांसी की सजा की मांग कर रहे

इस पूरे मामले में परिजन भी आरोपी पुलिसकर्मियों पर मांग करते हुए आरोपियों को फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। वे भी इस पूरे मामले की सीबीआई जांच चाहते हैं। वहीँ स्थानीय लोगों में भी पंकज की मौत को लेकर खासा आक्रोश देखने को मिला। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन और भूपेश बघेल मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए जांच की मांग की। साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों को फांसी देने की मांग की। मांग पूरी ना होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। पिछले 1 महीने में जिले पुलिस कस्टडी में सुसाइड का यह दूसरा मामला है। निश्चित ही ऐसी घटनाओं के बाद पुलिस विभाग सवालों के घेरे में है। मृतक पंकज खाद्य मंत्री अमरजीत भगत का रिश्तेदार था। ऐसे में सवाल यह भी है कि मंत्री के रिश्तेदार पुलिस से सुरक्षित नहीं हैं तो प्रदेश के आम लोगों की स्थिति क्या होगी ?