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रायपुरः आदिवासी नृत्य महोत्सव का समापन समारोह, मुख्यमंत्री बघेल ने की हर साल आदिवासी नृत्य महोत्सव करने की घोषणा

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Dec 29, 2019

शिवम मिश्रा - मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि अब हर साल राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन होगा। यह आयोजन राज्योत्सव के साथ होगा। राज्योत्सव कुल पांच दिनों को होगा। इसमें पहले दो दिन राज्य के स्थानीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। वहीं शेष तीन दिन राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में पहली बार देश-विदेश के कलाकारों ने एक साथ मंच साझा किया है।

कला और संस्कृति को हमेशा सम्मान मिलता आया है यहां

दो दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब इस आयोजन के बारे में सोचा तो मन में कुछ शंकाएं थी, डर था कि कैसे होगा। इसमें सबका साथ मिला और हमने यह आयोजन किया। उसका परिणाम यह है कि 25 राज्य, 3 केंद्र शासित प्रदेश और 6 देश के लोग यहां आए। ठंड के बावजूद आप लोगों का साथ मिला है। भूपेश बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में रातभर जागकर नाचा देखने की परंपरा रही है। यहां कला और संस्कृति को हमेशा सम्मान मिलता आया है। भूपेश बघेल ने बताया कि ऐसा कोई युग नहीं जिसमें छत्तीसगढ़ का जिक्र नहीं है। माता कौशल्या का नौनिहाल है। भगवान राम वनवास काल का सबसे ज्यादा समय यही पर गुजरा है।

तीन दिवसीय महोत्सव में बड़ी संख्या में आदिवासी कलाकारों ने लिया भाग

तीन दिवसीय महोत्सव में बड़ी संख्या में आदिवासी कलाकारों ने अपनी कला और संस्कृति को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में छह देशों सहित 25 राज्यों और तीन केन्द्र शासित प्रदेशों के कलाकार एक साथ जुटे। इस महोत्सव में देश-विदेश की जनजातीय संस्कृतियों को करीब से जानने का लोगों को मौका मिला। इस महोत्सव ने अनेकता में एकता का संदेश दिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार शाम साइंस कालेज मैदान में समापन समारोह को सम्बोधित करते कर रहे थे। देश-विदेश के कलाकारों ने जिस शिद्दत से अपनी प्रस्तुति दी उसकी अमिट छाप हमारे दिल में हमेशा रहेगी।