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सिवनी मालवाः टेल क्षेत्र के किसान गेहूं चना फसल में पानी देने को तरसे, एक माह की फसल सूखने की कगार पर

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Dec 29, 2019

वीरेन्द्र तिवारी - सिवनी मालवा तहसील के किसान अपनी फसल को लेकर काफी चिंतित हैं। सबसे ज्यादा टेल क्षेत्र के किसान परेशान हैं। किसानों को गेंहू की फसल में देने के लिए अब तक एक बार भी पानी नहीं मिला, जिसके कारण किसान दुःखी हैं। टेल क्षेत्र के किसान गेहूं फसल में पहला पानी देने को तरस रहे हैं। एक माह की फसल हो गई, पर पानी नहीं मिला है। फसलें सूखने की कगार पर पहुंच गई है और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को किसानों की चिन्ता नहीं है। टेल क्षेत्र के किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा है और सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है।

टेल क्षेत्र में पानी नहीं, सिंचाई विभाग के अधिकारियों का भेदभावपूर्ण रवैया

किसानों ने वताया कि हमारी फसल सूखने को है परन्तु विभागीय अधिकारी व कर्मचारी का ध्यान इस और नहीं है। टेल क्षेत्र में पानी नहीं दिया जा रहा। हमारे साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। अभी तक हमारी फसल में पहला पानी नहीं हुआ और फसल खराब हो रही है।

हरदा टिमरनी पहुंचाया जा रहा अधिकारियों द्वारा नहर का पानी

चोतलाय उप नहर से लगे टेल क्षेत्र और जाट गुराड़िया के दर्जनों किसानों ने बताया यदि और कुछ दिन पानी नहीं मिला, तो फसलें पूरी तरह से सूख जाएंगी और किसान बर्बाद हो जाएगा। दर्जनों किसानों ने आरोप लगाते हुए वताया कि सिवनी मालवा क्षेत्र के किसानों के हक का नहर का पानी हरदा टिमरनी को पहुंचाया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा 60 से 70 क्यूसिक पानी नहर का बचाकर हरदा और टिमरनी को पहुंचाया जा रहा है जिससे हमारे क्षेत्र में पानी नहीं मिलने से फसलें सूखने को है।

सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नहीं किसानों की चिन्ता

किसानों ने वताया कि अधिकारियों द्वारा पेट्रोलिंग भी नहीं की जा रही है। ना ही किसानों की सुखती फसलों की ओर देखा जा रहा है। किसान परेशान होकर नहर का पानी दिलाने के लिए अधिकारियों से संपर्क भी करते हैं परंतु उनकी तरफ से संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं दिया जाता है। किसान पहले से ही परेशान हुआ है, कभी खाद के लिए, कभी बीज के लिए, कभी पानी के लिए। आखिर किसान जाए तो जाए कहां। इस समय गेहूं को नहर से पानी की बहुत आवश्यकता है। यदि समय रहते गेहूं, चना फसल को पानी नहीं मिला तो फसलें बर्बाद हो जाएंगी।