Loading...
अभी-अभी:

कागजों में सिमट कर रह गया मासूमों का भविष्य, मध्यान्ह भोजन के नाम पर बच्चों से छलावा

image

Feb 20, 2019

सुशील सलाम : कोयलीबेड़ा विकासखंड के अंतर्गत प्राथमिक शाला पी व्ही 82 विजयनगर एवं प्राथमिक शाला काराकोदा स्कूल में सोमवार को बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन बना ही नहीं,ऐसे में कैसी योजना कैसा लाभ। बच्चों के बेहतर भविष्य हेतु शासन लाखो करोड़ो खर्च तो कर रहे हैं पर अंदरुनी इलाकों के स्कूल में सिर्फ कागजो एवं स्कूल के दीवारों में सिमट कर रह गया है जिसकी हकीकत सामने दिखाई दे रही है।

आखिर कौन डका रहा बच्चों के नाम की राशि
बच्चों के नाम पर मिलने वाले राशि आखिर कौन डकार रहा है। इसका पता तो जांच के बाद ही संभव होगा। इन दिनों मध्यान्ह भोजन व्यवस्था लडख़ड़ा गई है। आलम यह है कि समूह की मनमानी के चलते स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को भूखा रहना पड़ता है। ऐसा ही नजारा सोमवार को बांदे संकुल प्राथमिक शाला पी व्ही 82 विजयनगर एवं प्राथमिक शाला काराकोदा स्कूल में देखने मिला। जहां समूह के द्वारा मध्यान्ह भोजन नही बनाया गया। जिस कारण से स्कूल के विद्यार्थी भूंख से व्याकुल नजर आये। 

स्कूल में कभी नहीं मिलता मध्यान्ह भोजन
स्कूली छात्रों ने नाम न प्रकाशित करने की बात करते हुए डरे सहमें बताया कि इस स्कूल में मध्यान्ह भोजन कभी भी नियमित नही मिलता। समूह के द्वारा भोजन न देना आमबात है। आए दिन यही स्थिति रहती है। जबकि स्कूल में खाना मिलेगा इस आस में बच्चे घर से भूखे ही आते है लेकिन स्कूल में भी भोजन नही मिलता और बच्चे दिन भर भूखे पेट रह जाते है।