Jul 5, 2018
गरियाबन्द में सड़क निर्माण में किस तरह सरकारी धन लुटाया जा रहा है उसकी बानगी देवभोग साहसखोल सड़क पर देखने को मिली। साल भर पहले इस सड़क के मरम्मत के नाम पर पीएमजीएसवाय विभाग ने दो करोड़ रुपये फूक दिया था, निर्माण इतना घटिया किया गया कि कुछ ही महीनों में मरम्मत के निशान भर रह गया, अब इसी सड़क पर लोक निर्माण विभाग मजबूतीकरण के नाम पर 80 लाख ख़र्च करने जा रही है। पिछली बार हुई गुणवत्तहीन मरम्मत से भुगत रहे लोग इस बार के काम का सुरु से विरोध कर रहे हैं।।
देवभोग से साहसखोल होते दिवानमुडा तक आवाजाही के लिये बने 27 किमी के इस सड़क में 80 लाख खर्च कर लोक निर्माण विभाग मजबूतीकरण का काम करवा रही है, सड़को में बिछाए गये अमानक गिट्टी, विभागीय तकनीशियनों के गैरमौजूदगी में चल रहा काम सड़क को कितना मजबूत करेगा देखने से ही इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। सप्ताह भर पहले दो किमी सड़क पर जो डामर की परत बिछाई गई थी उसकी परते उखड़े लगी है। इलाके की जिला पंचायत सदश्य उर्मिला पात्र ने निर्माण का जायजा लेकर गुणवत्ता हीन निर्माण का आरोप लगाया है।विभाग के अफसर भी मान तो रहे है कि डामर की परतें उखड़ रही है लेकिन वजह बारिश को बताकर अपने गलती को ढकने के प्रयास कर रहे है।
इस सड़क पर साल भर पहले पीएमजीएस वाय ने मरम्मत के नाम दो करोड़ खर्च कर दिया है, मरम्मत में मापदण्ड का पैमाना कैसा था महज छ: माह में सड़क की दुर्दशा इस बात को जाहिर कर रही है जिस सड़क पर दो करोड़ का मरम्मत किया गया है उसमें आवाजाही के लिये लोगो को सहूलियत के बजाय कठिनाई हो रही है। रोजाना स्कूल आने जाने वाले छात्र तो खस्ताहाल सड़क पर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं वहीं लगातार दूसरी बार आवाजाही की सुविधा के आड़ में जेब भरने का खेल चल रहा है। जनप्रातिनिधियों ने उस बार भी पुरजोर विरोध किया था और इस बार भी कड़ी आपत्ति कर रहे है पर कार्य की शैली में सुधार लाने के बजाय चुप्पी साधे बैठे जिम्मेदारों का रवैया लोगो का खटकने लगा है।