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राजधानी में हुई दो बड़ी वारदातों को लेकर गृहमंत्री ने कंट्रोल रूम के पुलिस अधिकारियों की ली आपात बैठक

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Feb 3, 2019

हेमन्त शर्मा - प्रदेश के बिगड़ी कानून व्यवस्था और राजधानी में हुई दो बड़ी वारदातों को लेकर गृहमंत्री ने आज कंट्रोल रूम के पुलिस अधिकारियों की आपात बैठक ली इस बैठक में गृह विभाग के सचिव, डीजीपी, आईजी समेत एसपी मौजूद रहे इसके अलावा सभी सीएसपी और थानेदार भी बैठक के मौजूद रहे गृहमंत्री ने  बैठक में अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश दिए है गृहमंत्री ने अधिकारियों को कहा है कि अपने कार्य में गंभीरता बरते बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि इंटेलीजेंस कहीं न कहीं फेलियर है इसलिए हमने मुखबिरों को फिर से सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं।

जल्द ही अपराधीयों तक पहुंचा जाएंगे

राजधानी में हुई 2 संगीन वारदातों की जानकारी ली है मामलों को जल्द सुलझाने और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के दिये निर्देश दुर्ग में ट्रांसपोर्टर की हत्या की जानकारी लेकर उसमें हो रही जांच की जानकारी ली है इस तरह की घटनाएं न हो इस बात की सुनिश्चता करने के दिये निर्देश वही उन्होंने कहा कि इन्वेस्टिगेशन कहा तक पहुंचा है कब तक इसमे कामयाब हो सकते है जानकारी ली है सारी जनकारी ली है जो घटनाक्रम पहले भी हुआ है और जो अभी हुआ है उम्मीद है कि बहुत जल्द अपराधी तक पहुंच जाएंगे।

कानून व्यवस्था बना रहे इसके लिए थोड़ा समय लगेगा

सबसे पहले वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लिया था आज फिर निर्देश दिया गया है कि हमारा इंटलीजिएन्स काफी तगड़ा होना चाहिए दो चार दिन के अंदर सारे जिले के एसपी अपने जिलो में सीआईडी विभाग को पुनः कर ले अच्छे अधिकारी है उसको छांट कर एक दो टीम बना ले कोई भी काम भविष्य में इस प्रकार न हो इसको लेकर अलग से टीम स्टेट में बनाने जा रहे है ताकि जिले की जांच टीम वो अगर एक दो दिन में कवर नही कर पा रहे है तो स्टेट टीम जाएगी पूरी तरह से कानून व्यवस्था बना रहे थोड़ा समय लगेगा।

हर जगह कंट्रोल रूम स्थापित कर रहे है

उन्होंने आगे कहा कि व्हाट्सएप और मोबाइल आने के बाद से मुखबिर वाली चीज कम हो गया था उसको भी मैने डीजीपी से आज कहा है की जो मुखबिर तंत्र है उसे फिर से मजबूत किया जाए मेरी पूरी कोशिश है की नए सिरे से पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन जहा करना पड़े वो किया  जाएगा एक अच्छी टीम बनाएँगे सभी एक है उसे सीआईडी कहे या क्राइम लोगो को काम एक ही करना होता है दो तीन होने की बजाय एक ही रहे तो ज्यादा अच्छा है इंटलीजिएन्स के घटना के बाद जानकारी देते है और कैसे मुखबिर तंत्र मजबूत किया जाएगा ये प्रयास होगा।

सक्रिय पुलिसिंग करने की उम्मीद

जहां पर हम टीम लगा रहे है उससे फायदा नही दिख रहा है तो या उनकी कमजोरियां सामने आ रही है उसी को फिर से टाइट करने का  शुरुआत किये है मैन निर्देश दिया है डीजीपी को की थाने दार जो है वो अपने इलाके मे नशे का व्यापार हो  या अन्य चीज इसके लिए निर्देश की जरूरत उनको नही होनी चाहिए वो अपने इलाके के एसपी है पूरी जिम्मेदारी इसकी होती है घटनाक्रमो को देखते हुए टाइट किया है रहा है आगे चलकर सक्रिय पुलिसिंग करेंगे ऐसा उम्मीद है।