Loading...
अभी-अभी:

दुर्गः महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने किया जेल तिराहा चौक में लगाए गए सुआ प्रतिमा का लोकार्पण

image

Nov 24, 2019

छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति का प्रतीक है सुआ नृत्य। यह एक सामूहिक नृत्य है जिसमें एक साथ 10 हजार से अधिक महिलाओं द्वारा रविशंकर स्टेडियम में नृत्य कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया गया है। इस रिकार्ड को अक्षुण्ण रखने के लिये नगर निगम द्वारा जेल तिराहा चौक में लगाए गए सुआ प्रतिमा का महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने लोकार्पण कर जनता को समर्पित किया। इस दौरान निगम के लोककर्म प्रभारी दिनेश देवांगन, संस्कृति विभाग प्रभारी सोहन जैन, एमआईसी सदस्य विजय जलकारे सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

विश्व रिकार्ड को चिरस्थाई बनाने के लिए निगम ने प्रमुख मार्ग के जेल तिराहा पर की है सुआ की प्रतिमा स्थापित

इस अवसर पर महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने कहा कि राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय द्वारा छत्तीसगढ़ी लोककला संस्कृति को उभारने, पूरे प्रदेश में अपनी तरह की एक नई पहल पर, सुआ नृत्य को विश्व पटल पर स्थान दिलाने, तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की उपस्थिति में एक साथ दस हजार से अधिक महिलाओं ने रविशंकर स्टेडियम में सुआ नृत्य आयोजित कर गिनीज बुक में इस कला को नाम दर्ज कराया था। इससे सुआ नृत्य को देश ही नहीं, विश्व में भी पहचान मिली। इस रिकार्ड को चिरस्थाई बनाने के लिए निगम ने प्रमुख मार्ग के जेल तिराहा पर लगभग 10 लाख रुपए की लागत से सुआ की प्रतिमा स्थापित की है ताकि इस मार्ग में गुजरने वाले लोगों को छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक दिखाई दे। महापौर ने कहा कि अब यह जेल तिराहा नहीं बल्कि सुआ चौक के नाम से जाना जाएगा। सुआ प्रतिमा लोकार्पण कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जगदीश गुप्ता, राकेश साहू, सतविंदर सिंह, श्वेता बख्शी, अमर यादव, अहिल्या यादव, माधवी मंडावी, राजदेव चौहान, भीखम साहू, रति गिरी, सुरेश साहू सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।